भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली दो मैचों की टी20 सीरीज के लिए युवा लेग स्पिनर मयंक मारकंडे को टीम में शामिल किया गया है। मयंक को स्टार स्पिनर कुलदीप यादव के स्थान पर टीम में चुना गया है। हालही में मयंक ने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ 31 रन पर पांच विकेट लेकर इंडिया-ए की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वह आईपीएल 2018 में मुंबई इंडियंस का भी हिस्सा थे जहां उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया था। लेकिन क्या आप जानते हैं लेग स्पिन करने वाले मयंक कभी तेज़ गेंदबाज हुआ करते थे?

अपने अंडर-14 के दिनों में मयंक तेज़ गेंदबाज हुआ करते थे। अपनी फिरकी से दुनिया के बड़े से बड़े बल्लेबाज को चकमा देने वाले मयंक अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने कोच मुनीष बाली को देते हैं। मयंक ने बताया ‘ सर ने मुझे कहा कि तेज गेंदबाज बनाने का ख्वाब छोड़ दो। मेरी फिजीक भी अच्छी नहीं थी और उनकी ये बात आशीर्वाद साबित हुई।’ पंजाब के इस 21 वर्षीय गेंदबाज ने घरेलू क्रिकेट में अब तक सात प्रथम श्रेणी, 22 लिस्ट-ए और 18 टी-20 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 34, 45 और 20 विकेट चटकाए हैं।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मयंक ने बताया जब शुक्रवार को उनका भारतीय टीम में चयन हुआ तो उन्हें विश्ववास नहीं हुआ। थोड़ी देर बाद उन्हें मेसेज और फोन आना शुरू हो गए। मयंक ने कहा ‘ इस बारे में मत पूछो। मैं उस वक्त होटल में था और मेरा फोन बजने लगा। मुझे ऐसी कॉल की उम्मीद नहीं थी। मैं अब भी हैरान हूं। मैं इस पल को जिंदगीभर नहीं भूलूंगा।’ बता दें मयंक को साल 2018 की आईपीएल नीलामी में मुंबई इंडियंस ने 20 लाख रूपए में खरीदा था। उन्होंने अपने आईपीएल डेब्यू में भारतीय पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को आउट कर सुर्खियां बटोरी थीं। आईपीएल के बाद मयंक की ज़िन्दगी पूरी तरह बदल गई। इसके बाद उन्होंने लिस्ट-ए और रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया। रणजी में मयंक ने पंजाब के लिए खेलते हुए 6 मैचों में 29 विकेट लिए थे। इस दौरान उनका औसत 23.24 रहा।