On This Day In Indian Cricket: भारतीय क्रिकेट के इतिहास में बहुत से ऐतिहासिक दिन हैं। इसमें 8 फरवरी की तारीख भी शामिल है। इस इस दिन भारत के 3 कप्तानों ने इतिहास रचा था। एक भारतीय कप्तान तो 8 फरवरी को अपना जन्मदिन भी मनाते हैं। शुरुआत 8 फरवरी को अपना जन्मदिन वाले कप्तान यानी मोहम्मद अजहरुद्दीन से करते हैं।
मोहम्मद अजहरुद्दीन दुनिया के पहले और अब तक के एकमात्र टेस्ट प्लेयर हैं, जिन्होंने अपने शुरुआती 3 मुकाबलों में शतक जड़े। वह टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी हैं। हालांकि, यह रिकॉर्ड संयुक्त रूप से भारत के एक और पूर्व कप्तान कपिल देव के नाम भी है। मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 28 नवंबर 1996 को कोलकाता के ईडन गार्डन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में 77 गेंद में 109 रन की पारी खेली थी।
74 गेंद में ठोक दिया था अजहर ने शतक
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने तब महज 74 गेंद में अपना शतक पूरा कर लिया था। कपिल देव ने दिसंबर 1986 में श्रीलंका के खिलाफ कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में 165 गेंद में 163 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने भी 74 गेंद में अपना शतक पूरा किया था। मोहम्मद अजहरुद्दीन पहले भारतीय कप्तान हैं, जिनकी अगुआई में टीम ने पहली बार 3 या उससे ज्यादा की सीरीज के सभी मैच जीते। अजहर की कप्तानी में भारत ने ऐसा 8 फरवरी 1994 को ही ऐसा किया था।

तब भारत ने श्रीलंका के खिलाफ 3 टेस्ट मैच की सीरीज में क्लीन स्वीप किया था। उस सीरीज में भारत ने सभी मैच पारी के अंतर से जीते थे। भारत ने पहला टेस्ट मैच एक पारी और 119 रन, दूसरा टेस्ट एक पारी और 95 रन और तीसरा टेस्ट एक पारी और 17 रन से जीता था। इस तरह मोहम्मद अजहरुद्दीन इकलौते भारतीय कप्तान हैं, जिनकी अगुआई में टीम ने 3 टेस्ट की सीरीज के सभी मैच पारी के अंतर से जीते।
भारत ने जीता था अपना पहला टेस्ट मैच
भारत ने 8 फरवरी को ही अपनी पहली टेस्ट जीत हासिल की थी। साल 1952 में भारत ने 8 फरवरी को मद्रास (अब चेन्नई) में इंग्लैंड को एक पारी और 8 रन से हराया था। भारत को अपनी पहली टेस्ट जीत उसके 25वें मैच में हासिल हुई थी। उस मैच में भारत की कमान विजय हजारे के हाथों में थी।

पंकज रॉय (111 रन) और पाली उमरीगर (130 रन) ने शतक लगाए थे। वीनू मांकड़ ने पहली पारी में 55 रन देकर 8 विकेट और दूसरी पारी में 53 रन देकर 4 विकेट लिए थे। टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से पहली बार किसी गेंदबाज ने 10 विकेट लिए थे।
अहमदाबाद में कपिल देव ने रचा था इतिहास
अब बात भारत को पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कप्तान यानी कपिल देव की। कपिल देव 8 फरवरी के दिन ही दुनिया के सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे। कपिल देव ने 8 फरवरी 1994 को अहमदाबाद में सुबह 10:34 बजे श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान को संजय मांजरेकर के हाथों कैच कराया था।

कपिल देव का यह टेस्ट में 432वां विकेट था। इस विकेट के साथ ही वह न्यूजीलैंड के रिचर्ड हेडली को पीछे छोड़ टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए थे। उनकी इस उपलब्धि पर 432 गुब्बारों को आकाश में छोड़ा गया था और दर्शकों ने 1 मिनट तक खड़े होकर तालियां बजाकर उनका सम्मान किया था।