पेरिस ओलंपिक में भारत ने 4 दिन में 2 मेडल जीत लिए हैं। दोनों ही मेडल 22 साल की शूटर मनु भाकर की वजह से मिला। मनु के लिए यह ओलंपिक शानदार गुजरा है। पहले वह महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीती थीं। अब मंगलवार (30 जुलाई) को 10 मीटर मिक्सड टीम ब्रॉन्ज मेडल इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मेडल जीती गईं। इसके साथ मनु एक ही ओलंपिक में 2 मेडल जीतने वालीं आजाद भारत की पहली एथलीट बनीं।
एक और मेडल जीतने का मौका
मनु के पास 1 अगस्त को वुमेंस 25 मीटर एयर पीस्टल इवेंट में मेडल जीतने का मौका होगा। हरियाणा के झझर की रहने वालीं 22 साल की मनु भाकर पर पेरिस ओलंपिक की तैयारी के लिए भारत सरकार ने 1.68 करोड़ रुपये खर्च किए। उन्होंने 2 पदक दिलाकर 140 करोड़ भारतीयों को गौरवान्वित किया। उनका ट्रेनिंग बेस नई दिल्ली के साईं डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज है।
मनु भाकर की उपलब्धियां
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक से पहले एशियन गेम्स 2022 में 25 मीटर पिस्टल टीम में गोल्ड मेडल जीता। 2023 में बाकू में वर्ल्ड चैंपियनशिप में 25 मीटर टीम इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था। 2023 में भोपाल में आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में 25 मीटर पीस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 2023 में चंगवान में एशियन शूटिंग चैंपियनशिप के पीस्टल इवेंट में पांचवें नंबर पर रही थीं और पेरिस ओलंपिक का टिकट पाया था।
यहां भी मिली मदद
भारत सरकार की मदद से पेरिस ओलंपिक से पहले मनु भाकर को गोला-बारूद और हथियार की सर्विसिंग,गोली और गोला-बारूद की टेस्टिंग के अलावा बैरल सेलेक्शन सीखीं। इसके अलावा ओलंपिक की तैयारी के लिए निजी कोच जसपाल राणा के साथ जर्मनी के लक्समबर्ग में ट्रेनिंग करने में भी मदद की।
