भारतीय हॉकी जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। 1972 म्यूनिख ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के गोलकीपर मनुएल फ्रेडरिक का शुक्रवार 31 अक्टूबर 2025 की सुबह बेंगलुरु में निधन हो गया। वह 78 वर्ष के थे। फ्रेडरिक पिछले दस महीनों से प्रोस्टेट कैंसर से जूझ रहे थे।

फ्रेडरिक के क्लब में हैं पीआर श्रीजेश

मनुएल फ्रेडरिक का जन्म 20 अक्टूबर 1947 को केरल के कन्नूर जिले के बारनासीरी (Barnasseri) में हुआ था। वह ओलंपिक पदक जीतने वाले केरल के पहले खिलाड़ी थे। उनसे पहले और बाद में केरल से केवल एक और खिलाड़ी ने ओलंपिक में पदक जीता है। संयोग से वह भारतीय भी भारतीय हॉकी टीम का गोलकीपर ही है। मनुएल फ्रेडरिक के बाद ओलंपिक में पदक जीतने वाले केरल में जन्में पीआर श्रीजेश हैं। पीआर श्रीजेश ने टोक्यो 2020 और पेरिस 2024 ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।

पत्नी के निधन के बाद टूट गए थे फ्रेडरिक

मनुएल फ्रेडरिक काफी समय पहले बेंगलुरु में बस गए थे। कैंसर के साथ-साथ वह पिछले एक साल से अवसाद (डिप्रेशन) से भी जूझ रहे थे। उनकी पत्नी शीतला का एक साल पहले निधन हो गया था। इसके बाद से वह मानसिक रूप से काफी टूट चुके थे। उनकी बेटी फ्रेशना (Freshna) ने पीटीआई से बातचीत में उनके निधन की पुष्टि की।

कैंसर से जूझ रहे थे फ्रेडरिक

फ्रेशना ने बताया, ‘पिता जी का आज सुबह निधन हो गया। वह पिछले 10 महीनों से कैंसर से लड़ रहे थे। मां के निधन के बाद से वह बहुत दुखी रहते थे। हमने पूरी कोशिश की, लेकिन आखिरी दिनों में उन्हें पीलिया हो गया और लीवर पर असर पड़ा, जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई।’

मनुएल फ्रेडरिक को 2019 में खेल और खेलों में आजीवन योगदान के लिए मेजर ध्यानचंद अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। हॉकी में उनके योगदान को भारतीय खेल इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा। भारतीय खेल जगत और हॉकी फेडरेशन ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। हॉकी प्रेमियों और उनके शुभचिंतकों ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें भारतीय हॉकी का अनमोल रत्न बताया।