चक दे इंडिया फिल्म खेल पर बनी भारत की सबसे लोकप्रिय फिल्मों में शुमार है। इस फिल्म का एक-एक कैरेक्टर फैंस के जहन में है। खास तौर पर फिल्म में टीम इंडिया का विलेन बना ऑस्ट्रेलियाई टीम का कोच। वर्ल्ड कप के दौरान वह कोच जिस तरह टीम इंडिया की जासूसी करता है और फिर फाइनल में रणनीति बनाता है उसी से भारतीय टीम का जोश बढ़ता है। रील लाइफ का वह विलेन पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए असली विलेन बन गया है।
जोशुआ हर्ट पेरिस ओलंपिक में हैं अधिकारी
चक दे इंडिया में जोशुआ हर्ट ने ऑस्ट्रेलियाई कोच का किरदार निभाया था। जोशुआ इस समय पेरिस ओलंपिक में हॉकी अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन के आधिकारियों में शामिल है। वह टूर्नामेंट डायरेक्टर हैं। टूर्नामेंट डायरेक्ट के पद पर रहते हुए ही रविवार देर रात जोशुआ ने ऐसा फैसला सुनाया जिसने करोड़ों भारतीय फैंस का दिल तोड़ दिया।
अमित रोहिदास को मिला था रेड कार्ड
भारत के नंबर वन डिफेंडर अमित रोहिदास को रविवार को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में रेड कार्ड मिला था। इस कार्ड के कारण वह पूरे मैच के लिए बाहर हो गए थे। रेड कार्ड मिलने के बाद रोहिदास पर एक मैच के बैन का खतरा मंडरा रहा था। यह फैसला टूर्नामेंट डायरेक्टर के ऊपर निर्भर था। जोशुआ हर्ट ने रोहिदास को नहीं बख्शा। उन्होंने रोहिदास पर बैन लगाया। भारतीय टीम अब सेमीफाइनल मैच 16 की जगह 15 खिलाड़ियों के साथ खेलेगा।
जोशुआ हर्ट पहले भी दे चुके हैं हर्टब्रेक
जोशुआ हर्ट पहले भी भारतीय टीम को हर्टब्रेक खो चुके हैं। साल 2011 में भारत और पाकिस्तान के बीच विवादित मुकाबला खेला गया था। इस मैच में दोनों टीमों के खिलाड़ी भिड़ गए थे। इसके बाद टूर्नामेंट डायरेक्टर ग्राहम नैपियर ने भारतीय टीम के 5 सदस्यों को मात सस्पेंड किया था। इसमें तीन खिलाड़ियों के अलावा मैनेजर और सहायक कोच भी शामिल थे। भारत के मिडफील्डर गुरबाज सिंह पर तीन, गुरविंदर सिंह चंड़ी और तुषार खांडकर पर 5-5 मैच का बन लगा था। भारत को मिली इस सजा में भी जोशुआ हर्ट शामिल थे।