विनेश फोगट मंगलवार (6 अगस्त 2024) को पेरिस ओलंपिक में अपने अभियान की शुरुआत करेंगी। उनका मुकाबला महिला 50 किग्रा कुश्ती में जापान की यूई सुसाकी से है। विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक तथा राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और एशियाई चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत करने की उम्मीद कर रही होंगी। ऐसे में सभी की निगाहें उनकी प्रतिद्वंद्वी पर टिकी हैं।
कुश्ती की दुनिया में उत्कृष्टता का पर्याय बन चुकीं यूई सुसाकी का शानदार रिकॉर्ड है। 30 जून 1999 को जन्मीं सुसाकी ने महज 25 साल में ही अपना नाम सर्वकालिक महान महिला पहलवानों में दर्ज करा लिया है। उनका करियर उपलब्धियों से भरा पड़ा है, जो उनके तकनीकी कौशल और कुश्ती में उनके दबदबे को उजागर करता है। वह 4 बार की विश्व चैंपियन और 2 बार की एशियाई चैंपियन हैं।
1 ओलंपिक, 5 वर्ल्ड चैंपियनशिप और 2 एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड
अपनी बेहतरीन तकनीक के लिए प्रसिद्ध यूई सुसाकी ने 2017 पेरिस विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 48 किग्रा में स्वर्ण पदक जीता था। 2018 में बुडापेस्ट विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 50 किग्रा में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने 2022 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में महिला 50 किग्रा में स्वर्ण पदक जीता। उनके पास कुल मिलाकर एक ओलंपिक स्वर्ण, 5 विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण, 2 एशियाई चैंपियनशिप स्वर्ण पदक हैं।
इसके अलावा गोल्डन ग्रैंड प्रिक्स इवान यारगिन और विश्व अंडर-23 चैंपियनशिप में भी उनके नाम 1-1 स्वर्ण पदक है। यूई सुसाकी ने विश्व जूनियर चैंपियनशिप में 2 स्वर्ण और विश्व कैडेट चैंपियनशिप में 3 स्वर्ण पदक भी जीते हैं। यूई सुसाकी ने 2010 से एक भी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं गंवाया है। जो महिला कुश्ती में पिछले एक दशक से उनके दबदबे को दर्शाता है।
यूई सुसाकी ने अकेले 2024 में 8 मैच खेले और सभी में जीत हासिल की है। इस दौरान उन्होंने सिर्फ 7 अंक गंवाए और आश्चर्यजनक रूप से 62 अंक बनाए। यह रिकॉर्ड उन्हें एक अपराजेय प्रतिद्वंद्वी बनाता है। यूई सुसाकी ने 2010 के बाद से एक भी मैच नहीं हारा है।
टोक्यो में बिना अंक गंवाए जीता था गोल्ड
यूई सुसाकी ने टोक्यो 2020 में एक भी अंक गंवाए बिना स्वर्ण पदक जीता था। सुसाकी ने टोक्यो 2020 ओलंपिक में बिना वरीयता प्राप्त प्रतियोगी के रूप में हिस्सा लिया। इसके बाद खेल के सबसे बड़े मंच पर जो हुआ वह किसी असाधारण घटना से कम नहीं था। उन्होंने 1 भी अंक गंवाए बिना स्वर्ण पदक जीता। यह एक ऐसी उपलब्धि है, जो उनके सामरिक बुद्धिमत्ता और तकनीकी कौशल को रेखांकित करता है।
विनेश फोगाट के लिए चुनौती कठिन
विनेश फोगट के लिए सुसाकी का सामना करना निस्संदेह एक कठिन काम है। हालांकि, विनेश फोगट चुनौतियों से अछूती नहीं हैं। जुझारूपन के लिए प्रसिद्ध विनेश फोगाट ने पूरे करियर में कई बाधाओं को पार किया है। शायद यही वजह है कि कुश्ती समुदाय विनेश फोगाट और यूई सुसाकी के मुकाबले पर करीबी नजर बनाए है। उम्मीद है कि विनेश फोगाट शानदार प्रदर्शन करें जो संभावित रूप से उलटफेर का कारण बने। खेल की अप्रत्याशितता का मतलब है कि कुछ भी संभव है।