Neeraj Chopra Final, Indian Hockey Team (नीरज चोपड़ा भाला फेंक फाइनल, भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक) 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 के 13वें दिन गुरुवार 8 अगस्त को भारत के नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो इवेंट में सिल्वर मेडल जीता। नीरज चोपड़ा ने दूसरे थ्रो में 89.45 मीटर की दूरी तय की। इसी दूरी ने उन्हें मेडल दिलाया।
पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर के थ्रो के साथ ओलंपिक रिकॉर्ड कायम किया और गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इससे पहले भारतीय हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता। भारत ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में स्पेन को 2-1 से हराया। भारत की ओर से दोनों गोल कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने किए।
India vs Spain Hockey Bronze Medal Match Highlights In Hindi: Watch Here
पेरिस ओलंपिक में अब भारत के अब कुल 5 पदक हो गए हैं। इनमें से तीन मेडल निशानेबाजी से आए हैं। भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज और नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता है। भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने पदक पक्का कर लिया था, लेकिन वजन बढ़ने के कारण वह डिस्क्वालिफाई हो गईं। उन्होंने अपने संन्यास का ऐलान भी कर दिया।
पेरिस ओलंपिक में जैवलिन थ्रो के फाइनल में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों का लेखा-जोखा
रैंक | एथलीट | देश | सर्वश्रेष्ठ थ्रो |
1 | अरशद नदीम | पाकिस्तान | 92.97 मीटर (ओलंपिक रिकॉर्ड) |
2 | नीरज चोपड़ा | भारत | 89.45 मीटर (सीजन बेस्ट) |
3 | एंडरसन पीटर्स | ग्रेनाडा | 88.54 मीटर |
4 | याकूब वाडलेच | चेकिया | 88.50 मीटर |
5 | जूलियस येगो | केन्या | 87.72 मीटर (सीजन बेस्ट) |
6 | जूलियन वेबर | जर्मनी | 87.40 मीटर |
7 | केशोर्न वाल्कोट | त्रिनिदाद एंड टोबैगो | 86.16 मीटर (सीजन बेस्ट) |
8 | लासी एतेलाटोला | फिनलैंड | 84.58 मीटर |
9 | ओलिवर हेलैंडर | फिनलैंड | 82.68 मीटर |
10 | टोनी केरानेन | फिनलैंड | 80.92 मीटर |
11 | लुईज मौरिसियो डासिल्वा | ब्राजील | 80.67 मीटर |
12 | एड्रियान मार्डेरे | मोलदोवा | 80.10 मीटर |
पेरिस ओलंपिक के 13वें अच्छी नहीं रही थी भारत की शुरुआत
पेरिस ओलंपिक के 13वें दिन भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। महिला 100 हर्डल रेस रेपेचेज राउंड (हीट 1) में ज्योति याराजी उतरीं, लेकिन सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाईं। ज्योति याराजी ने 13:17 सेकंड का समय निकाला और चौथे स्थान पर रहीं।
हालांकि, पहलवान अमन सेहरावत ने भारतीयों को मुस्कुराने की वजह दी। उन्होंने 57 किलोग्राम पुरुष कुश्ती के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। हालांकि वह जापान के रेई के खिलाफ हार गए। अमन सेहरावत अब ब्रॉन्ज मेडल मैच खेलेंगे।
अमन सेहरावत ने क्वार्टर फाइनल मैच में 2022 विश्व चैंपियन और 2023 के विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता अल्बानिया के अबकारोव को 12-0 से हराया। इससे पहले उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में मेसोडेनिया के व्लादिमीर ईगोरोव को 10-0 से हराया था।
पेरिस ओलंपिक 2024 के 13वें दिन भारत की अंशु मलिक महिला 57 किलोग्राम कुश्ती के पहले राउंड में हारकर बाहर हो गईं। उन्हें दो बार की ओलंपिक पदक विजेता अमेरिका की हेलेन लुईस मारौलिस ने 7-2 से हराया। अंशु को रेपेचेज में उतरकर कांस्य पदक जीतने का मौका नहीं मिलेगा क्योंकि लुईस सेमीफाइनल में हार गईं।
नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता। उन्होंने 89.94 मीटर का थ्रो फेंका जिसने उन्हें सिल्वर मेडल दिलाया। उनके पांच थ्रो फाउल रहे।
अरशद नदीम ने आखिरी थ्रो में 91.79 मीटर का थ्रो फेंका। वह अपने इस थ्रो से काफी खुश थे।
नीरज चोपड़ा का आखिरी थ्रो भी शानदार नहीं रहा। हालांकि उनका दूसरा थ्रो उनका सिल्वर मेडल पक्का करने के लिए काफी था। नीरज चोपड़ा ने 89.45 मीटर के थ्रो के साथ सिल्वर अपने नाम किया।
नीरज चोपड़ा का पांचवां थ्रो भी फाउल रहा। उन्होंने पूरी जान के साथ थ्रो फेंका। ऐसा लग रहा था कि थ्रो गया है लेकिन नीरज नीचे गिरे और उनका पैर फिसल गया।
जैवलिन थ्रो इवेंट की प्रतियोगिता का स्तर टोक्यो से काफी ऊपर है। पांचवें स्थान पर मौजूद येगो का बेस्ट थ्रो 87.72 मीटर है। नीरज ने टोक्यो में 87.58 के साथ गोल्ड जीत लिया था।
नीरज चोपड़ा का चौथा थ्रो भी फाउल रहा। उन्होंने देख लिया था कि थ्रो उनके बेस्ट से आगे नहीं गया है। वह नीचे गिर गए थे। उनका पैर लाइन से बाहर गया।
जूलियन वीबर ने तीसरे थ्रो में 86.85 का थ्रो मारा। वहीं एंडरसन पीटर्स ने चौथे प्रयास में 88.54 का थ्रो मारा। चेक गणराज्य के याकुब वालडेच का चौथा थ्रो फाउल रहा।
पहले तीन थ्रो के बाद निचले चार स्थान के खिलाड़ी बाहर हो गए। अब टॉप 8 खिलाड़ी 3-3 और थ्रो लेंगे।
नीरज चोपड़ा का तीसरा थ्रो फाउल रहा। उनका थ्रो अच्छा नहीं था। इसी कारण उन्होंने पैर लाइन के बाहर निकाला और फाउल कर दिया।
अरशद नदीम ने अपने तीसरे थ्रो में 88.72 का थ्रो किया। वहीं चेक गणराज्य के याकुब वालडेच ने 88.50 मीटर का थ्रो किया। पीटर्स एंडरसन का तीसरा थ्रो फाउल हो गया।
नीरज चोपड़ा का दूसरा थ्रो शानदार रहा। उन्होंने दूसरे थ्रो में 89.45 मीटर की दूरी तय की।
अरशद नदीम ने अपने दूसरे थ्रो में 92.97 मीटर का थ्रो फेंका। यह ओलंपिक रिकॉर्ड थ्रो है। अरशद ने इस पूरे सीजन में 87 मीटर से ज्यादा का थ्रो नहीं किया था।
याकुब वालडेच ने अपने दूसरे थो में 84.52 का थ्रो फेंका। वहीं पूर्व वर्ल्ड चैंपियन एंडर्स पीटरसन ने 87.87 के थ्रो के साथ लीड हासिल की।
नीरज चोपड़ा ने पहला थ्रो किया जो कि फाउल रहा। जैवलिन रिलीज करते हुए उनका वह नीचे गिरे और उनका पैर लाइन के बाहर चला गया। उनका थ्रो काउंट नहीं किया जाएगा।
टोक्यो के सिल्वर मेडलिस्ट और डायमंड लीग चैंपियन चेक गणराज्य के याकुब वालडेच ने पहले थ्रो में 80.15 का थ्रो किया। वहीं एंडरनसन पीटर्स ने 84.70 का थ्रो फेंका। पाकिस्तान के अरशद नदीम का पहला थ्रो फाउल रहा।
नीरज चोपड़ा का फाइनल इवेंट शुरू हो चुका है। एक-एक करके सारे एथलीट्स की एंट्री हुई। नीरज चोपड़ा की एंट्री हुई तो पूरा स्टेडियम तालियां बजाने लगा।
जैवलिन थ्रो की स्टार्ट लिस्ट आ चुकी है। भारत के नीरज चोपड़ा 8वें नंबर पर उतरेंगे और अपना पहला थ्रो करेंगे।

नीरज चोपड़ा को टीवी स्क्रीन पर दिखाया गया। वह जैवलिन हाथ में लेकर रनअप करते हुए नजर आए। नीरज लगातार दूसरे ओलंपिक में गोल्ड मेडल की उम्मीद से उतरे हैं।
भारतीय फैंस को इस पेरिस ओलंपिक में कई हार्टब्रेक का सामना करना पड़ा है। अब उन सभी जख्मों पर मरहम लगाने का काम नीरज चोपड़ा को गोल्ड मेडल जीतकर करना है। करोड़ों फैंस इसी उम्मीद में जागे हैं।
कुछ देर पहले स्क्रीन पर नीरज चोपड़ा को दिखाया गया। नीरज वॉर्म कर रहे थे। उनके साथ फीजियो इशान नजर आ रहे थे। नीरज के करियर की यह सबसे बड़ी रात है।
भारतीय हॉकी टीम के ब्रॉन्ज मेडल के बाद अमन से सिल्वर पक्का करने की उम्मीदें थी लेकिन वह सपना पूरा नहीं हो सका। अब सभी भारतीयों की नजरें गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा पर टिकी होंगी।
अमन सेहरावत का मैच खत्म हो गया। वह जापान के रेई के खिलाफ 0-10 से हारे। टेक्निकल सुपियूरिटी के दम पर सेहरावत को हार मिली। अमन सेहरावत अब शुक्रवार को ब्रॉन्ज मेडल मैच खेलेंगे।
अमन सेहरावत 57 किलोग्राम वर्ग के एक्शन में दिखेंगे। उनके सामने जापान के रेई हैं। यह मैच अमन सेहरावत के लिए आसान नहीं होगा।
भारत ने कांस्य पदक जीत लिया है! भारतीय पुरुष हॉकी टीम का ओलंपिक में लगातार दूसरा पदक। पीआर श्रीजेश की विरासत के लिए एक उपयुक्त विदाई। उनका शानदार प्रदर्शन। बेशक उन्हें स्वर्ण पदक की हकदार थे और वह उन्हें ज्यादा पसंद आता, लेकिन अब भी वह 2 ओलंपिक पदक लेकर बाहर हुए हैं।
हरमनप्रीत सिंह ने फिर से गोल किया! भारतीय कप्तान इस बार गोलकीपर के दाईं ओर गये। इस बार बात ताकत की नहीं थी, वह वास्तव में खेलने की कोशिश कर रहे थे। जर्मनी के खिलाफ भारत ने जो बदलाव किया था उसका फायदा मिला और गोल कर दिया! अमित रोहिदास ने दिखाया कि वह भारत के रक्षात्मक पेनल्टी कॉर्नर के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है। शानदार रश और ब्लॉक परफेक्ट है। दूसरी तरफ भारत ने अभिषेक और ललित और राज कुमार के संयोजन के साथ अच्छा प्रदर्शन करते हुए पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। मैच की लाइव कवरेज के लिए आप यहां क्लिक करें।
पहले हॉफ का खत्म होने में 20 सेकंड बचे थे, भारत को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला! मनप्रीत सिंह ने हाफ में एक शानदार पास दिया और गेंद पैरों में लग गई। हरमनप्रीत सिंह ने इसे गोल में बदल दिया। उन्होंने अमित को मौका नहीं दिया और खुद ही खेलने का फैसला किया, और भारतीय कप्तान ने बुलेट स्ट्राइक से स्पेनिश पीसी डिफेंस को भेद दिया। पहले हाफ के बाद मैच का स्कोर 1-1 से बराबर है। मैच की लाइव कवरेज के लिए आप यहां क्लिक करें।
इस बीच, पुरुष हॉकी ब्रॉन्ज मेडल मैच में भारत और स्पेन की टीमें आमने-सामने हैं। पहले क्वार्टर का खेल हो चुका है। पहले क्वार्टर के खेल में भारत के पक्ष में एक भी पेनल्टी कॉर्नर नहीं आया। स्पेन की ओर से भी कोई गोल नहीं हुआ। पहले क्वार्टर के बाद भारत बनाम स्पेन ब्रॉन्ज मेडल मैच का स्कोर 0-0 है। मैच की लाइव कवरेज के लिए आप यहां क्लिक करें।
जैसा लग रहा था कि अमन सेहरावत और अल्बानिया के अबकारोव के बीच कड़ी टक्कर होगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। अमन सेहरावत ने टेक्निकल सुपरियरिटी (तकनीकी श्रेष्ठता, 12-0) से यह मैच जीता। दूसरे हाफ ने अमन ने लगातार 8 पॉइंट अपने नाम किये। हालांकि, अल्बीनियाई रेसलर ने इसे चैलेंज किया, लेकिन उन्होंने गंवा दिया और एक अंक भारत के खाते में और आ गया। इस तरह अमन ने 12-0 से अपना मैच जीता।
अल्बानिया के अबकारोव के खिलाफ अमन सेहरावत का क्वार्टर फाइनल मैच शुरू हो चुका है। हाफ टाइम तक अमन सेहरावत ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया और 3-0 की लीड बना ली।
अमन सेहरावत का अगला मुकाबला 2022 विश्व चैंपियन और 2023 के विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता अल्बानिया के अबकारोव से होगा। अल्बानियाई पहलवान को अपना पहला राउंड जीतने के लिए देर से वापसी करनी पड़ी, लेकिन उनको हराना अमन के लिए मुश्किल होने वाला है।