जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव को मैक्सिको ओपन से बाहर कर दिया गया है। ओलंपिक चैंपियन एलेक्जेंडर ज्वेरेव ने डबल्स मैच के बाद अपना आपा खो दिया था। उन्होंने न सिर्फ अंपायर को गंदी-गंदी गालियां दीं, बल्कि अपने रैकेट से कई बार उनकी कुर्सी पर हमला भी किया।

गनीमत यह रही कि इस दौरान अंपायर को कोई चोट नहीं आई। ज्वेरेव का यह खतरनाक रूप तब देखने को मिला जब उन्हें ब्राजील के टेनिस खिलाड़ी मार्सेलो मेलो के साथ मेन्स डबल्स में हार का मुंह देखना पड़ा।

ज्वेरेव और मार्सेलो को लॉयड ग्लासपूल और हैरी हेलियोवारा ने 6-2, 4-6, 10-6 से हराया। ज्वेरेव के खिलाफ अपनी पूर्व प्रेमिका ओलगा शार्यपोवा पर घरेलू दुर्व्यवहार के भी आरोप लग चुके हैं। उन आरोपों की एटीपी ( Association of Tennis Professionals) द्वारा जांच की जा रही है।

ज्वेरेव को मैक्सिको सिंगल टूर्नामेंट से भी बाहर कर दिया गया है। उनका डबल्स मैच में निर्णायक सेट के टाईब्रेक में एक लाइन कॉल पर उनका गुस्सा फूटा। दरअसल, मैच के बाद अंपायर अकापुल्को ने सभी चारों खिलाड़ियों के साथ हाथ मिलाया।

इसके बाद एलेक्जेंडर ज्वेरेव अंपायर की कुर्सी के करीब पहुंचे और कुर्सी पर अपना रैकेट पटकने लगे। ज्वेरेव ने जिस जगह रैकेट से हमला किया था, उसकी और अंपायर के पैरों की दूरी कुछ इंच ही थी।

कुर्सी पर रैकेट पटकने के बाद वह पास में ही जाकर बैठ गए, लेकिन तुरंत ही उठ खड़े हुए और फिर अंपायर के पास पहुंचे और गंदी-गंदी गालियां देने लगे। इसके बाद तुरंत ही कोर्ट से निकल गए।

मेन्स सिंगल्स टेनिस रैंकिंग में दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी ज्वेरेव ने अंपायर पर मैच का खराब करने का आरोप लगाया। हालांकि, बाद में इंस्टाग्राम पर पोस्ट दिए बयान में, ज्वेरेव ने अपनी हरकत के लिए माफी मांगी। उन्होंने लिखा, ‘मेन्स डबल्स मैच के दौरान और बाद में अपने व्यवहार पर मुझे कितना पछतावा है, इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है।’

इस घटना के बाद एक बयान में, एटीपी ने पुष्टि की कि ज्वेरेव और उनके साथ को टूर्नामेंट से हटा दिया गया है। ज्वेरेव की मेन्स सिंगल्स में जर्मनी के ही पीटर गोजोव्स्की से भिड़ंत होनी थी। अब पीटर गोजोव्स्की को वॉकओवर मिल गया है।