पांच साल पहले 3 मई 2019 की रात करीब 8 बजे 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ओडिशा के पुरी तट पर चक्रवाती तूफान ‘फानी’ ने दस्तक दी थी। ओडिशा में 1999 में सुपर साइक्लोन आया था, जिसमें करीब 10 हजार लोगों की मौत हो गई थी। उस सुपर साइक्लोन के बाद ‘फानी’ सबसे भीषण चक्रवात था। इस चक्रवाती तूफान ने ओडिशा में भारी तबाही मचाई थी।
‘फानी’ के कारण ओडिशा के कटक स्थित बाराबती अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम तबाह हो गया था। यह तबाही ऐसे समय आई थी, जब 7 महीने बाद 22 दिसंबर को इसी स्टेडियम पर भारत और वेस्टइंडीज के बीच एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेला जाना था।
फंड की थी कमी
उस पर ‘कोढ़ में खाज’ तब हो गया, जब अक्टूबर 2019 तक मरम्मत का काम शुरू नहीं हो पाया, क्योंकि फंड की कमी थी। मरम्मत के लिए करीब 22 करोड़ रुपये खर्चा आना था। ऐसे में ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन के महासचिव संजय बेहरा ने भारत बनाम वेस्टइंडीज वनडे को सफलतापूर्वक कराने का बीड़ा उठाया और इसे कर दिखाया।
5 साल में बदली तस्वीर
तब से अब तक पिछले 5 साल में ओडिशा क्रिकेट की पूरी तस्वीर ही बदल गई है। संजय बेहरा ने ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन (OCA) के महत्वाकांक्षी विजन @ 2024 पर काम करना शुरू किया। ओसीए ने हर जिले में इंट्रा क्लब और इंट्रा स्कूल टूर्नामेंट की शुरुआत की। इसके बाद हर जिला इकाई को टर्फ विकेट, क्रिकेट उपकरण और क्रिकेट के सामान उपलब्ध कराया।
बाधाएं आईं, लेकिन डटे रहे
इस काम में काफी बाधाएं आईं, लेकिन संजय बेहरा कमर कसे रहे। नतीजा यह है कि आज राज्य में ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन के तत्वावधान में 41 क्रिकेट अकादमियां हैं। इन अकादमियों में 25 सेंटर विकेट हैं। इन अकादमियों में ढेरों टर्फ, सिंथेटिक और सीमेंटेड विकेट विकेट बने हुए हैं। इसके अलावा एस्ट्रो टर्फ विकेट, पोल पैडिंग, नेट केज, ईवी रोलर, पिच ग्रास कटर, लॉन मोवर, बॉलिंग मशीन भी है।
हर अकादमी में स्थायी रूप से कोच, फिजियोथेरेपिस्ट और क्यूरेटर की भी व्यवस्था की गई है। OCA ने कोच और खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए वी. वेंकटराम (नेशनल क्रिकेट अकादमी के वरिष्ठ कोच) को तकनीकी निदेशक नियुक्त किया। खेल का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने में खिलाड़ियों का भी विशेष ख्याल रखा गया है।
प्रदेश में लगभग पूरे साल विभिन्न आयु वर्ग की श्रेणियों के लिए कौशल संवर्धन और तैयारी शिविर का आयोजन होता रहता है। क्रिकेट की बेहतरी के लिए ओसीए ने कॉरपोरेट्स की भी मदद ली है। ये सब कार्य सुचारू रूप से चलते रहें और कोई बाधा नहीं आने पाए इसके लिए OCA ने एक केंद्रीकृत निगरानी प्रणाली भी बनाई है।
ये है ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन का रिपोर्ट कार्ड
साल | टूर्नामेंट्स | मुकाबलों की संख्या |
2020 | जूनियर इंट्रा क्लब | 381 |
सीनियर इंट्रा क्लब | 505 | |
2021 | जूनियर इंट्रा क्लब | 307 |
सीनियर इंट्रा क्लब | 753 | |
अंडर-16 बॉयज इंटर डिस्ट्रिक्ट | 99 | |
अंडर-19 पुरुष इंटर डिस्ट्रिक्ट | 54 | |
कालाहांडी कप सीनियर पुरुष इंटर डिस्ट्रिक्ट | 99 | |
2022 | सीनियर इंट्रा क्लब | 546 |
अंडर-16 बॉयज इंटर डिस्ट्रिक्ट | 55 | |
अंडर-19 पुरुष इंटर डिस्ट्रिक्ट | 90 | |
कालाहांडी कप सीनियर पुरुष इंटर डिस्ट्रिक्ट | 99 | |
2023 | जूनियर इंट्रा क्लब | 364 |
सीनियर इंट्रा क्लब | 545 | |
अंडर-16 बॉयज इंटर डिस्ट्रिक्ट | 94 | |
अंडर-19 पुरुष इंटर डिस्ट्रिक्ट | 90 | |
कालाहांडी कप सीनियर पुरुष इंटर डिस्ट्रिक्ट | 99 | |
महिला इंटर डिस्ट्रिक्ट | 48 | |
2024 | अंडर-19 पुरुष इंटर डिस्ट्रिक्ट | 106 |
कालाहांडी कप सीनियर पुरुष इंटर डिस्ट्रिक्ट | 105 | |
महिला इंटर डिस्ट्रिक्ट | 70 |
संजय बेहरा ने जनसत्ता.कॉम को बताया कि अभी उनका मिशन पूरा नहीं हुआ है। वह ओडिशा क्रिकेट को और बुलंदियों तक पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, इस राज्य ने देबाशीष मोहंती, संजय राउल, शिव सुंदर दास, स्वागतिका रथ, रसानारा परवीन और माधुरी मेहता जैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर्स दिए हैं। मेरा सपना है कि यह संख्या जल्द ही दोगुनी हो जाए। हम ग्रास रूट लेवल से खिलाड़ियों को सभी मूलभूत सुविधाएं देने के लिए कटिबद्ध हैं।
