बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में भारतीय टीम ने खेल के पहले दिन 6 विकेट पर 339 रन बनाए। पहले दिन का खेल समाप्त होने तक अश्विन क्रीज पर 102 रन जबकि जडेजा 86 रन पर नाबाद थे। दोनों के बीच 7वें विकेट के लिए पहले दिन नाबाद 195 रन की रिकॉर्ड साझेदारी भी हुई। अश्विन ने पहले दिन अपने टेस्ट करियर का छठा शतक लगाने का कमाल किया और ये बांग्लादेश के खिलाफ उनका पहला टेस्ट शतक भी रहा।
अश्विन ने पहली पारी में तेज बल्लेबाजी की और अपना शतक 108 गेंदों पर पूरा किया। टेस्ट के लिहाज से इसे तेज शतक कहा जा सकता है। पहले दिन उन्होंने 112 गेंदों पर 2 छक्के और 10 चौकों की मदद से नाबाद 102 रन की पारी खेली। अपनी इस पारी के बाद अश्विन ने बताया कि टेस्ट क्रिकेट में वो किसी तरह से बल्लेबाजी करना चाहते हैं। हैरानी की बात ये रही कि उन्होंने इसके लिए रोहित शर्मा, विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर या फिर राहुल द्रविड़ का नाम नहीं लिया।
ऋषभ पंत की तरह टेस्ट में बल्लेबाजी करना चाहते हैं अश्विन
पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद चेन्नई के लोकल बॉय अश्विन ने अपनी शतकीय पारी के बारे में बात करते हुए कहा कि घरेलू दर्शकों के सामने खेलना हमेशा एक खास एहसास होता है। यह एक ऐसा मैदान है, जहां मैं क्रिकेट खेलना बहुत पसंद करता हूं। इसने मुझे कई शानदार यादें दी हैं। पिछली बार जब मैंने शतक बनाया था, तब कोच रवि भाई (रवि शास्त्री) थे। यह वाकई खास एहसास है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं टेस्ट क्रिकेट में ऋषभ पंत की तरह पॉजिटिव क्रिकेट खेलना चाहता था और मैंने अपनी बल्लेबाजी पर कड़ी मेहनत की है। जडेजा के साथ रिकॉर्ड साझेदारी के बारे में अश्विन ने कहा कि रविंद्र जडेजा पिछले कुछ वर्षों में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने एक को दो में बदलने में मेरी बहुत मदद की और उन्होंने मुझे प्रेरित किया। मैं अभी टी20 क्रिकेट यानी तमिलनाडु प्रीमियर लीग में खेलकर आया हूं और इस दौरान मैंने अपनी बल्लेबाजी पर काफी मेहनत की है।