नितीश कुमार रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर डेब्यू सीरीज में बल्ले से शानदार प्रदर्शन करके डेब्यू किया था। उन्होंने मेलबर्न में पहली पारी में शतक जड़ा था। शतक जड़ने से पहले उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी की थी। हालांकि, शतक जड़ने के बाद उनका बल्ला खामोश हो गया। अगली 5 पारियों में वह 3 बार 1 रन पर आउट हुए। 1 बार बगैर खाता खोले और 1 बार 4 रन बनाकर आउट हुए। हालांकि, लॉर्ड्स टेस्ट की पहली पारी में नितीश दहाई का आंकड़ा पार करने में सफल रहे, लेकिन बगैर खाता खोले 2 बार आउट होने से बचे।
नितीश रेड्डी को लॉर्ड्स टेस्ट की पहली पारी में खाता खोलने के लिए 21 गेंदें लगीं। इन 21 गेंदों के दौरान नितीश 2 बार रन आउट होने से बचे। 69वें ओवर की 5वीं गेंद पर रविंद्र जडेजा के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील हुई। जोफ्रा आर्चर गेंदबाज थे। अंपायर ने नॉटआउट दिया। इस दौरान जडेजा और नितीश ने रन चुराने की भी कोशिश की। ओली पोप ने बल्लेबाजी छोर पर डायरेक्ट थ्रो मार दिया होता तो नितीश रन आउट हो जाते।
बिना खाता खोले पवेलियन लौट जाते
जोफ्रा आर्चर के अगले ओवर यानी 71 वें ओवर की आखिरी गेंद पर नितीश रेड्डी पॉइंट की तरफ खेलकर दौड़ गए। आधी पिच पर पहुंचने के बाद जडेजा ने रन लेने से मना किया। ओली पोप फिर डायरेक्ट थ्रो नहीं मार पाए। नितीश क्रीज से काफी दूर थे। ऐसा होता तो बर्मिंघम टेस्ट की दोनों पारियों में 1-1 रन बनाने वाले नितीश इस पारी में खाता नहीं खोल पाते।
नितीश रेड्डी का करियर
नितीश रेड्डी ने पर्थ में डेब्यू किया था। उन्होंने पहली पारी में 41 और दूसरी में नाबाद 38 रन बनाए। एडिलेड में दोनों पारियों में 42-42 रन बनाए। ब्रिस्बेन में 16 रन की पारी खेली। दूसरी पारी में बल्लेबाजी नहीं मिली। मेलबर्न में पहली पारी में 114 रन बनाए। दूसरी पारी में 1 रन बनाकर आउट हुए। सिडनी में 0 और 4 रन बनाए। फिर बर्मिंघम में 1 और 1 रन बनाए।