कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद पहली बार ब्राजील के स्टार फुटबॉलर नेमार जूनियर ने मैदान दिखाई दिए। फ्रांस के क्लब पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) के लिए खेलने वाले नेमार वापसी के साथ ही विवादों में घिर गए। उन्होंने पीएसजी और मर्सिले के बीच खेले गए मुकाबले में विपक्षी टीम के खिलाड़ी को मुक्का मार दिया। इसके बाद उन्हें मैच रेफरी ने रेड कार्ड दिखाया और मैदान से बाहर जाने का आदेश दे दिया। फ्रांस के फुटबॉल टूर्नामेंट लीग-1 में रविवार (13 सितंबर) को खेले गए इस मुकाबले को मर्सिले की टीम 1-0 से जीतने में सफल रही। 20 मैच के बाद उसे पीएसजी के खिलाफ जीत मिली है।

मर्सिले के लिए मैच में पहला गोल 31वें मिनट में फ्लोरियन थाउविन ने किया। इसके बाद मैच में कोई गोल नहीं हुआ। मर्सिले की टीम पिछली बार पीएसजी के खिलाफ 2011 में जीती थी। हालांकि, उसके लिए यह जीत सही मायनों में यादगार साबित नहीं हुई। मैच में 5 रेड कार्ड और 14 यलो कार्ड दिखाए गए। इसका मतलब यह हुआ कि मैच पूरी तरह से कंट्रोल में नहीं हुआ। खिलाड़ी लगातार आपस में भिड़ते रहे। यहां तक नेमार ने नस्लवाद का आरोप लगा दिया। उन्होंने मैच के आखिरी पलों में मर्सिले के डिफेंडर अल्वारो गोंजालेज को मुक्का मार दिया। इसके बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी भिड़ गए। रेफरी ने नेमार को बाहर जाने का आदेश दे दिया।

ब्राजील के इस स्टार खिलाड़ी ने गोंजालेज पर नस्लवाद का आरोप लगाया। उनसे पहले टीम के साथी लेविन कुरजावा और लेंद्रो परेडेस को भी रेड कार्ड दिखाया गया। नेमार जब मैदान से बाहर आ रहे थे तो उन्होंने कैमरे के सामने कहा, ‘‘आपने नस्लवाद देखा, इसलिए मैंने उसे मारा।’’ इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर फिर से गोंजालेज पर तीखा बयान दिया। उन्होंने लिखा, ‘‘मुझे इस बात का अफसोस है कि मैंने उसके चेहरे पर नहीं मारा।’’ नेमार के इस बात का जवाब देते हुए गोंजालेज ने कहा है कि उन्हें हार को बर्दाश्त करना सीखना होगा।

पीएसजी के कोच थॉमस टकेल ने कहा, ‘‘नेमार ने मुझे इस घटना के बारे में बताया, लेकिन मैंने मैदान पर ऐसा कुछ नहीं सुना। फुटबॉल में नस्लवाद की कोई जगह नहीं है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यहां वो मामला है।’’ मर्सिले के कोच आंद्रे विलास बोज ने कहा कि हम इस मामले पर संज्ञान लेंगे। मर्सिले की ओर से अर्जेंटीना के स्ट्राइकर डारियो बेनेडेट्टो और लेफ्ट बैक जॉर्डन अमावी को रेड कार्ड दिखाया गया। पीसएजी की टीम पिछले महीने चैंपियंस लीग के फाइनल मे जर्मनी के बायर्न म्यूनिख के खिलाफ हार गई थी। इस बार लीग-1 के शुरुआती दोनों मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा है। ऐसा 1978-79 के बाद पहली बार हुआ है।