नीरज चोपड़ा यानी भारत के लिए गोल्ड मेडल की गारंटी। 25 साल के इस एथलीट ने रविवार 27 अगस्त 2023 की रात फिर इसे सही साबित किया। बुडापेस्ट में नीरज चोपड़ा वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर वर्ल्ड चैंपियन बने और इतिहास रचा। वह भारत के लिए वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाले पहले एथलीट बने। नीरज चोपड़ा ने इससे पहले 2021 में टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतकर इतिहास रचा था।
नीरज चोपड़ा गोल्ड मेडल जीतने वाले ट्रैक एंड फील्ड में आजाद भारत के पहले एथलीट बने थे। नीरज का ओलपिंक गोल्ड मेडल और वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना पूरा हो गया है, लेकिन उनकी एक ख्वाहिश अभी बाकी है। नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद इसके बारे में बताया।
नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद कहा, “सभी बोलते थे कि यही चीज…यही मेडल बचा था वह भी आज पूरा हो गया। बस वह 90 मीटर वाला सवाल करना बाकी है। कोई बात नहीं, आज मैं सोच रहा था हो जाएगा पर मेडल बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण था। अभी अपने पास गोल्ड मेडल है। अभी अगले और कंप्टीशन है। अभी टाइम है तो उनमें और ज्यादा जोर लगाएंगे।”
अरशद नदीम पार चर चुके हैं 90 मीटर वाला मार्क
पाकिस्तान के स्टार जैवलिन थ्रोअर अरशद नदीम वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दूसरे स्थान पर रहे और सिल्वर मेडल जीता। नीरज और अरशद नदीम की प्रतिद्वंदिता के बारे में हर कोई जानता है। अरशद नदीम भले ही कभी नीरज से किसी मुकाबले में आगे नहीं निकल पाए हों, लेकिन एक मामले में उनसे आगे हैं।
अरशद नदीम ने बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में गोल्ड मेडल जीता था। इस दौरान उन्होंने 90 मीटर से ज्यादा का थ्रो किया था। अरशद नदीम इस मार्क को छूने वाले एशिया के एकमात्र जैविनल थ्रोअर हैं। नीरज चोट के कारण कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का हिस्सा नहीं थे।
पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं नीरज चोपड़ा
नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में शुरुआत अच्छी नहीं की। उनका पहला प्रयास फाउल रहा। दूसरे प्रयास में उन्होंने 88.17 मीटर का थ्रो किया। नीरज ने तीसरे प्रयास में 86.32 मीटर का थ्रो किया। उन्होंने चौथे में 84.64 मीटर, पांचवें में 87.73 मीटर और छठे में 83.98 मीटर का थ्रो किया। उन्होंने 88.17 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने उन्हें टक्कर दी। नीरज चोपड़ा पहले ही पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं।