ओलंपिक चैम्पियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार को एक बार फिर इतिहास रच दिया और वह डायमंड लीग मीट के लुसाने चरण का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बन गए। इसी के साथ वह सात और आठ सितंबर को ज्यूरिख में डायमंड लीग के फाइनल में भी पहुंच गए हैं। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय है।

साथ ही उन्होंने हंगरी के बुडापेस्ट में 2023 में होने वाले विश्व चैम्पियनशिप के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है। चोपड़ा (24) ने इस खिताब को हासिल करने के लिए पहले प्रयास में भाला 89.04 मीटर दूर फेंका। यह उनके करियर का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास है। वह चोट के कारण बर्मिंघम में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भाग नहीं ले पाए थे।

हरियाणा में पानीपत के रहने वाले चोपड़ा डायमंड लीग का कोई खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। चोपड़ा से पहले चक्का फेंक खिलाड़ी विकास गौड़ा डायमंड लीग मीट के शीर्ष तीन में जगह बनाने वाले इकलौते भारतीय हैं। चोपड़ा का राष्ट्रीय रिकॉर्ड 89.94 मीटर है जिसे उन्होंने स्टॉकहोम डायमंड लीग में बनाया था। नीरज चोपड़ा के डायमंड लीग फाइनल्स के शीर्ष 3 में जगह बनाने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उन्हें भी बधाई दी है।

Koo App
What a fantastic comeback Neeraj Chopra ! Congratulations on becoming first ever Indian to win a #DiamondLeague and claim the top Spot at #LausanneDL You make us Proud! Keep Crafting Victories.
– Yogi Adityanath (@myogiadityanath) 27 Aug 2022

डायमंड लीग में कोई पदक नहीं होता है और एथलीट्स को अंक मिलते हैं। लुसाने से पहले चेक गणराज्य के जैकब वडलेज्च 20 अंक के साथ अंक तालिका में आगे चल रहे थे। यहां उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 84.56 मीटर था। अंक तालिका में दूसरे स्थान पर जर्मनी के जूलियन वेबर इस इवेंट का हिस्सा नहीं थे।

गत विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स पर पिछले दिनों बोट पर हमला हो गया था। चोटिल होने के कारण वह भी हिस्सा नहीं ले पाए। विश्व चैम्पियनशिप में रजत जीतने के बाद चोपड़ा ने डायमंड लीग खिताब को लेकर बात की थी। उन्होंने कहा था कि वह इसे हासिल करना चाहते हैं। वह 2018 में एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। जुलाई में वर्ल्ड एथलेटिर्स चैंपियनशिप के फाइनल वह रजत पदक जीते थे। एंडरसन पीटर्स ने गोल्ड जीता था।