क्रिकेट में भी अब परिवारवाद की झलकियां देखने को मिल रही हैं। शुक्रवार यानी कि 27 सितंबर को इसका उदाहरण उस वक्त देखने को मिला जब बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर के छोटे भाई अरुण धूमल को हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ (एचपीसीए) के वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। वहीं, दूसरी ओर संजय बेहरा को शुक्रवार को ओडिशा क्रिकेट संघ (ओसीए) का सचिव चुना गया है। संजय संघ के पूर्व अध्यक्ष आशीर्बाद बेहरा के बेटे हैं।

खास बात ये रही कि आशीर्वाद जो ओसीए चुनावों से पहले चिटफंड स्कैम में गिरफ्तार किए गए थे उन्होंने जेल से अपने बेटे को वोट दिया। हालांकि उनका वोट नल घोषित किया गया। संजय ने अपने प्रतिद्वंद्वी नाबा रंजन पटनायक को मात दी। इस जीत के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि जिन लोगों ने मुझे वोट दिया है उन्होंने उन लोगों को करारा जवाब दिया है जिन्होंने मेरे पिता के खिलाफ साजिश रची थी।

बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मुहम्मद अजहरुद्दीन भी हैदराबाद क्रिकेट संघ के अध्यक्ष चुने गए। अजहर का नाम फिक्सिंग में भी सामने आया था जिसके बाद बीसीसीआई ने उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि अदालत ने उन्हें इन आरोपों से बरी कर दिया। अब अजहरुद्दीन की प्रशासन में एक नई पारी का आगाज होने जा रहा है।