मुंबई गरुड़ पेशेवर कुश्ती लीग की पहली चैंपियन बन गई है। इंदिरा गांधी खेल परिसर के केडी जाधव स्टेडियम में खेले गए फाइनल को उसने एकतरफा बना डाला और हरियाणा हैमर्स को 7-2 से हरा कर चैंपियन बनने का गौरव पाया। दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडियम में मुंबई की टीम ने अपना अजेय अभियान जारी रखा और चैंपियन बन कर अखाड़े निकली। टूर्नामेंट में पिछले सारे मैच जीतने के बाद आत्मविश्वास से ओतप्रोत मुंबई खिताब की प्रबल दावेदार के रूप में उतरी थी और अपेक्षाओं पर खरे उतरते हुए उसने जीत दर्ज की। एक समय 1-2 से पिछड़ने के बाद मुंबई ने अगले चार मुकाबले लगातार जीतकर सातवें ही मुकाबले में ट्राफी जीत ली और आखिरी दो मैच बेमानी रहे। हरियाणा की टीम योगेश्वर दत्त की गैरमौजूदगी में चमकदार प्रदर्शन नहीं कर पाई और मुंबई ने उन्हें आसानी से फतह कर लीग का पहला खिताब जीता।
पुरुषों के 65 किलो भार वर्ग में युवा अमित धनकड़ ने मुंबई को शानदार शुरुआत दिलाई और तीन मिनट 18 सेकेंड में मुकाबला जीता। पहले दौर में अमित ने हरियाणा के विशाल राना को टेक डाउन कर अंकों की बढ़त बनाई और फिर लगातार छह अंक ले कर 8-0 कर बढ़त बना ली। दूसरे दौर में भी अमित ने अपना दबदबा बनाए रखा और पहले आठ सेकेंड में ही विशाल को लपेटा और चार और अंक बना कर तकनीकी फाउल के सहारे विशाल को फतह कर मुंबई को बढ़त दिला दी। लेकिन महिलाओं के 58 किलो भारवर्ग में हरियाणा की ओर से विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण पदक विजेता ओकसाना हरहेल ने मुंबई की साक्षी मलिक को हराकर स्कोर बराबर किया। साक्षी ने हालांकि शानदार शुरुआत की। उन्होंने नागा कर हरहेल को परेशानी में डाला और दो बार दो- दो अंक लेकर 4-0 की बढ़त बनाई। अपनी चुस्ती और फुर्ती से साक्षी ने हरहेल को काफी परेशान किया। हरहेल ने शुरुआत में साक्षी को लपेटने की कोशिश की लेकिन मुंबई की पहलवान का डिफेंस काफी मजबूत और और उसने दो बार खूबसूरती से बचाव किया। लेकिन हरहेल ने दूसरे मिनट में बेहतरीन भरंदाज लगाया और साक्षी उसकी काट नहीं कर पाईं। हरहेल ने उन्हें आसमान दिखा कर हरियाणा को बराबरी दिल दी।
पुरुषों के 74 किलो वर्ग में हरियाणा के लिवान लोपेज एजकुइ ने मुंबई के प्रदीप को 11-6 से मात दी । लिवान ने बेहतरीन कुश्ती लड़ी। हालांकि प्रदीप ने आसानी से हार नहीं मानी और बेहतरीन डिफेंस के जरिए लिवन को परेशान किया। प्रदीप ने एक बार लिवान के हमले का शानदार बचाव ही नहीं किया बल्कि उनके दाव अपना दाव लगाकर अंक भी हासिल किए। लेकिन लिवान ने अगले मिनट में फिर स्कोर 6-6 से बराबर किया। दूसरे दौर में लिवान ने ताबड़तोड़ आक्रमण कर प्रदीप को विचलित किया और इसका फायदा उठाकर उन्हें टेक डाउन पर लाया और 11-6 से जीत दर्ज कर टीम को 2-1 से आगे कर दिया। लेकिन इसके बाद हरियामा के समर्थकों को खुश होने का कोई मौका नहीं मिला।
मुंबई की आइकन खिलाड़ी एडेलिन ग्रे ने महिलाओं के प्लस 69 किलोवर्ग में हरियाणा की गीतिका जाखड़ को हराया। तीन बार की विश्व चैंपियन ने यह मुकाबला 10-0 से जीता। गीतिका कभी भी ग्रे के सामने सहज नहीं दिखीं और ज्यादातर समय बचाव में रहीं। पहले दौर में उनकी दाईं आंख पर चोट लग जाने का खमियाजा भी उन्हें भुगतना पड़ा और इसके बाद उन्होंने कोई दाव लगाने की कोशिश नहीं की। पुरुषों के 125 किलो वर्ग में मुंबई के जियोर्जी ने हरियाणा के हितेंदर को एक मिनट 42 सेकेंड में तकनीकी फाउल के ज़रिए 10-0 से शिकस्त देने के साथ ही टीम को जीत दिला दी।
महिलाओं के 53 किलोवर्ग के मुकाबले में मुंबई की सबसे चहेती पहलवान नाईजीरिया की ओडुनायो एडेकुओरोये ने विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक विजेता हरियाणा की ततियाना किट को 9-0 से मात दी। पुरुषों के 97 किलोवर्ग में मुंबई के ओडिकाजे एलिजबार ने आंद्रितेसे वालेरी को 6-4 से हराया। बाकी मुकाबले औपचारिक थे लेकिन मुंबई ने इनमें भी जीत दर्ज की। मुंबई की रितु फोगाट ने निर्मल देवी को मात दी जबकि राहुल अवारे ने नितिन को 6-4 से हराया। चैंपियन टीम को पांच करोड़ और बाकी टीमों को दो-दो करोड़ रुपए मिले। फाइनल में क्रिकेट खिलाडी रोहित शर्मा और हरभजन सिंह मुंबई टीम का और वीरेंदर सहवाग और मुक्केबाज बिजेंदर सिंह हरियाणा टीम का समर्थन कर रहे थे। फाइनल के दौरान ओलंपिक पदक विजेता महाबली सतपाल भी मौजूद थे।