भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी एक बार युवराज सिंह की बातों से इतने परेशान हो गए थी कि उनपर झल्ला गए। दरअसल साल 2005 में महेंद्र सिंह धोनी जब भारतीय टीम के सदस्य बने थे तब युवराज सिंह पहले से ही टीम में स्थापित हो चुके थे। धोनी टीम में नए थे। पुराने खिलाड़ी उनका मजाक भी उड़ाते थे। माही से हंसी मजाक करते हुए पुराने खिलाड़ी उन्हें बिहारी कहकर चिढ़ाते थे। चिढ़ाने वालों में सबसे आगे युवराज सिंह होते थे। कैप्टन कूल के नाम से मशहूर महेंद्र सिंह धोनी यूं तो अपने साथी खिलाड़ियों की बातों का बुरा नहीं मानते थे लेकिन एक दिन उन्हें युवराज सिंह की बात चुभ गई। महेंद्र सिंह दोनी ने तब अपने सीनियर साथी युवराज से कुछ ऐसा कहा कि उसके बाद उन्होंने उनकी चुटकी लेनी ही छोड़ दी।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अपने करियर के किसी शुरुआती मैच में महेंद्र सिंह धोनी लंबा शॉट मारने के चक्कर में आउट हो गए। अपने शॉट को लेकर धोनी ड्रेसिंग रूम में काफी नाराज थे। उन्हें पता था कि अगर वो इसी तरह से गैरजिम्मेदाराना तरीके से आउट होते रहे तो टीम में जगह नहीं बना पाएंगे। अपनी बेवकूफी पर धोनी ड्रेसिंग रूम में गुस्साए बैठे थे तभी वहां युवराज सिंह पहुंच गए। युवराज को पता नहीं था कि इस वक्त धोनी किस मानसिक स्थिति के साथ बेठे हैं।

अपनी आदत के अनुसार युवराज सिंह ने धोनी को चिढ़ाते हुए ये कह दिया कि सिर्फ चौके-छक्के मारने से कुछ नहीं होता बिहारी, मैच जिताऊ पारी खेलनी पड़ती है। युवराज की बात माही को अखर गई और उन्होंने आपत्ति जताते हुए युवी को ये कह दिया कि पाजी तुम मेरा खेल देख हमेशा इतने गुस्से में क्यों रहते हो। माही का ये जवाब सुन युवराज सिंह को भी अपनी गलती का एहसास हुआ और आलम ये रहा कि आगे चलकर दोनों बेहद खास दोस्त बन गए।