टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके पूर्व भारतीय कप्तान ने शनिवार को उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के उड़ी शहर में युवा क्रिकेटरों से मुलाकात की। रांची के इस खिलाड़ी को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि मिली हुई है। उन्होंने इन क्रिकेटरों को प्रेरक भाषण भी दिया। धोनी ने युवा क्रिकेटरों से अपनी फिटनेस पर भी ध्यान देने को कहा। धोनी ने खिलाड़ियों से कहा, ”मैंने बैडमिंटन, हॉकी और फुटबॉल खेला है। इससे मेरी फिटनेस और बेहतर हुई है”। उन्होंने कहा,”हमें बड़े मैदानों में खेलना पड़ता है, जहां हमारे सीनियर्स भी रिटायर होने तक खेला करते थे। तब तक हमें सिर्फ भागना पड़ता है, जिससे हमारी फिटनेस बढ़ती है।” धोनी के अलावा कपिल देव और सचिन तेंदुलकर दो एेसे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सशस्त्र बलों में मानद उपाधि से नवाजा गया है। कपिल देव टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल और सचिन तेंदुलकर एयरफोर्स में मानद ग्रुप कैप्टन हैं। फिलहाल भारतीय क्रिकेट टीम विराट कोहली की अगुआई में श्रीलंका के खिलाफ दूसरा टेस्ट मैच खेल रही है। पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था।

वहीं एक टॉक शो ब्रेकफास्ट विद चैम्पियंस में भारतीय खिलाड़ी सुरेश रैना ने पूर्व कप्तान मके बारे में एक बड़ा खुलासा किया है। शो के दौरान टीवी प्रेजेंटर गौरव कपूर से बातचीत में रैना ने कहा कि एमएस धोनी टीम इंडिया के सबसे कूल प्लेयर नहीं हैं। वह कई बार फील्ड पर गुस्सा हो जाते हैं और दूसरों को यह नजर नहीं आता। रैना ने कहा, ”आप उनका चेहरा देखकर पता नहीं लगा सकते कि वह क्या सोच रहे हैं। वह भी कई बार गुस्सा हो जाते हैं, लेकिन दिखाते नहीं हैं। ओवर के खत्म होने के बाद जब कैमरा बंद हो जाते हैं और टीवी पर विज्ञापन नजर आते हैं, तब धोनी कहते हैं-सुधर जा तू’।

भारत-पाकिस्तान के बीच हुए एक मैच को याद करते हुए रैना ने कहा, ”उस मुकाबले में उमर अकमल ने धोनी से शिकायत की कि मैं उसे गालियां दे रहा  हूं। जब धोनी ने मुझसे पूछा कि क्या हुआ तो मैंने कहा कि गालियां नहीं दीं, सिर्फ कुछ गेंदें फेंककर मैं उस पर प्रेशर बना रहा हूं। माही भाई बोले-और दे साले को। रैना ने शो में धोनी की लीडरशिप की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, ”वह अच्छे गेम लीडर हैं। उन्हें पता है कि आगे क्या होने वाला है। उनके पास हमेशा 3 प्लान- प्लान ए, प्लान बी और प्लान सी तैयार रहते हैं। वह उन्हें हमेशा साथ लेकर चलते हैं। वह एक रात पहले प्लान बनाते हैं और स्थिति के मुताबिक उन्हें इस्तेमाल करते हैं। इसी वजह से वह इतने कूल रहते हैं। रैना ने यह भी कहा कि जब भी वह निचले क्रम पर उतरते हैं और गेंद मारने की बजाय उसे डिफेंड करते हैं तो इसका मतलब वह गेंदबाज को चेतावनी दे रहे हैं। वह ये कि अगर अगर मैं शॉट नहीं मार रहा हूं तो कभी भी मार सकता हूं।