भारत-न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रही वनडे सीरीज के आखिरी मुकाबले में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। इस फैसले के बाद जब टीम इंडिया बल्लेबाजी करने के लिए उतरी तो एक बार फिर चौथे वनडे मुकाबले की तरह से ही ट्रेंट बोल्ट और हेनरी ने धारदार गेंदबाजी की और भारतीय शीर्ष क्रम उनकी इस धमाकेदार गेंद के आगे एक बार फिर बेबस नजर आए। एक समय टीम इंडिया का स्कोर महज 17 रन पर ही तीन विकेट था। इसके बाद बल्लेबाजी करने के लिए आए टीम इंडिया के सबसे अनुभवी खिलाड़ी एमएस धोनी। संकटमोचन के नाम से मशहूर इस खिलाड़ी से उम्मीद थी कि वो इस संकट से भारत को उबारेंगे लेकिन बोल्ट ने सभी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

गिल के आउट होने के बाद टीम के स्कोर में सिर्फ एक ही रन का इजाफा हुआ था और धोनी ने अपना खाता खोला ही था लेकिन बोल्ट ने पारी के 10वें ओवर में धोनी को बोल्ड कर दिया। ये गेंद इतनी कमाल की थी कि धोनी इसे रक्षात्मक अंदाज में खेलना चाहते थे लेकिन फिर भी वो बीट हुए और बोल्ड होकर पवेलियन गए।

हालांकि इसके बाद रायडू और विजय के बीच में कमाल की साझेदारी हुई और दोनों ने भारतीय पारी को संभाला। विजय 45 रन बनाकर अपने अर्धशतक से चूके तो वहीं रायडू ने 90 रनों की कमाल पारी खेली। वहीं इसके बाद आखिरी के ओवरों में हार्दिक पंड्या ने कमाल की 45 रनों की पारी खेलकर टीम का स्कोर 250 के पार पहुंचाया। आखिरी ओवर में 252 के स्कोर पर टीम इंडिया की पूरी पारी सिमट गई।