शायद ही किसी के पास वह शब्द हैं जिसे लिखकर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व महान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की उपलब्धियों की तारीफ की जाए। धोनी सिर्फ टीम इंडिया के कप्तान ही नहीं थे बल्कि वो एक भावना थे जो भारतीय क्रिकेट फैंस के रगों में बहती रहेगी और इसकी धार शायद की कभी कम हो जब तक क्रिकेट खेली जाएगी। धोनी 42 साल के हो गए, लेकिन जब तक वो देश के लिए खेले भारतीय क्रिकेट दुनिया में हमेशा नई ऊंचाईयों को छूता रहा।

अब धोनी नीली जर्सी में नहीं दिखते, लेकिन जब उनकी बात होती है तो खुद में ही गर्व महसूस होता है। धोनी की उपलब्धियों के बारे में हर कोई जानता है और उनके अलावा भी उन्होंने क्रिकेट में कुछ ऐसे मुकाम को हासिल किया जिन तक पहुंच पाना शायद ही आने वाले किसी भी क्रिकेटर के लिए आसान हो और इसमें से एक है बतौर विकेटकीपर वनडे क्रिकेट में उनके द्वारा खेली गई सबसे बड़ी पारी जो पिछले 18 साल से अटूट है।

10 छक्के और 15 चौकों के साथ धोनी ने खेली थी नाबाद 183 रन

एमएस धोनी ने 31 अक्टूबर 2005 को श्रीलंका के खिलाफ जो नाबाद 183 रन की पारी खेली थी वो उनके वनडे क्रिकेट करियर की सबसे बड़ी पारी साबित हुई थी साथ ही साथ यह वर्ल्ड क्रिकेट में किसी विकेटकीपर के द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर भी था। साल 2005 में धोनी ने जो यह रिकॉर्ड बनाया था वो आज भी अटूट है और पिछले 18 साल से यह रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ पाया है और इस रिकॉर्ड तक पहुंच पाना किसी भी विकेटकीपर-बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होगा। धोनी ने अपनी इस पारी में 10 छक्के लगाए थे और 15 चौके जड़े थे यानी 120 रन सिर्फ उन्होंने बाउंड्री के जरिए ही जुटाए थे।

आईसीसी नॉकआउट मैचों में लगातार सबसे ज्यादा जीत धोनी के नाम

आईसीसी नॉकआउट मैचों की बात करें तो लगातार सबसे ज्यादा मैच जीतने का रिकॉर्ड एमएस धोनी के नाम पर दर्ज है। उन्होंने साल 2007 से लेकर 2014 तक लगातर 8 मैच जीते थे। वहीं रिकी पोंटिंग इस मामले में लगातार 6 जीत के साथ दूसरे नंबर पर हैं और उन्होंने यह कमाल साल 2006 से लेकर 2009 के बीच किया था। तीसरे नंबर पर वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज कप्तान क्लाइव लॉयड हैं और उन्होंने 1975 से लेकर 1983 के बीच लगातार 5 मैचों में जीत दर्ज की थी।

कप्तानों द्वारा ICC नॉकआउट मैचों में सर्वाधिक लगातार जीत

8 – एमएस धोनी (2007/2014)
6 – रिकी पोंटिंग (2006/2009)
5 – क्लाइव लॉयड (1975/1983)