भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के अंदर कई खूबियां हैं। सोशल मीडिया से दूर रहने वाले ‘कैप्टन कूल’ अपने दोस्तों को लेकर बहुत संजीदा हैं। 7 जुलाई 1981 को रांची में जन्में एमएस धोनी यारों के यार हैं। वह कई बार स्वीकार कर चुके हैं कि उनकी सफलता में उनके दोस्तों का भी खासा योगदान रहा है। धोनी के दिल में भी अपने दोस्तों के लिए खास जगह है।
खुद पर बनी बॉयोपिक में भी धोनी अपने दोस्तों का जिक्र करना नहीं भूले। एमएस धोनी के रूप में सुशांत सिंह राजपूत ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ में अपने दोस्त से हेलीकॉप्टर शॉट सीखते हुए दिखाई देते हैं। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि धोनी को हेलीकॉप्टर शॉट सिखाने वाले ‘असली’ दोस्त का क्या हुआ? धोनी के उस दोस्त का नाम संतोष लाल है और दुख की बात यह है कि वह अब इस दुनिया में नहीं हैं।
धोनी द्वारा प्रसिद्ध किया गया हेलीकॉप्टर शॉट ऐसा शॉट है, जहां माही बैकफुट पर आकर अपने बल्ले को जमीन से ऊपर उठाते हैं और गेंद को हवा में उछाल देते हैं। उनके इस शॉट का 10 में से 9 बार नतीजा छक्के के रूप में सामने आता है। धोनी को यह शॉट उनके दोस्त संतोष लाल ने ही सिखाया था। जब धोनी ने इस शॉट को लगाना सीखा था, तब इसे ‘थप्पड़ शॉट’ कहा जाता था। संतोष ही अपने इस शॉट को ‘थप्पड़ शॉट’ कहते थे। संतोष और धोनी बचपन के दोस्त थे। दोनों क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने के लिए साथ-साथ दूसरे राज्य भी जाते थे।
संतोष ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया था, ‘मैं (संतोष) और धोनी बचपन से ही सबसे अच्छे दोस्त थे। हम दोनों बहुत देर तक टेनिस बॉल से क्रिकेट खेला करते थे। हम दोनों ही रेलवे में नौकरी करते थे।’ धोनी की तरह संतोष भी एक धाकड़ बल्लेबाज थे। धोनी ने हमेशा उनकी बल्लेबाजी शैली की प्रशंसा की। धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्टार बनने के बाद भी संतोष उनके दोस्त बने रहे।
हालांकि, दुख की बात है कि एक्यूट पैंक्रीअटाइटिस (Pancreatitis/अग्नाशयशोथ) से पीड़ित होने के बाद 32 साल की उम्र में संतोष की मौत हो गई। धोनी ने अपने दोस्त का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज कराने की व्यवस्था की थी। उन्होंने संतोष को दिल्ली लाने के लिए एयर एंबुलेंस भी भेजी थी। इसके बावजूद धोनी अपने दोस्त की जान नहीं बचा पाए। हालांकि, यह भी सच है कि धोनी ने कभी भी अपने दोस्तों का साथ नहीं छोड़ा।