क्रिकेटर से नेता बने भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज गौतम गंभीर अपने बेबाक अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं। मुद्दा क्रिकेट का हो या फिर राजनीति का गंभीर अपनी प्रतिक्रिया जरूर देते हैं। वह, सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहते हैं। पूर्व सलामी बल्लेबाज ने ऐसी ही प्रतिक्रिया वायरल हो रहे डीडीसीए के वीडियो पर भी दी है। जहां एनुअल जेनरल मीटिंग के दौरान दो पक्षों में जमकर हंगामा हुआ था। अटकलें यह भी लगाई जा रही हैं कि नए साल पर दिल्ली से सांसद गंभीर को डीडीसीए के अध्यक्ष के रूप में बड़ी जिम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है।

13 जनवरी 2020 को दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट असोसिएशन (डीडीसीए) के अध्यक्ष के नाम का ऐलान होना है। रजत शर्मा के इस्तीफे के बाद से यह पद खाली पड़ा है। इस बाबत खबरों की मानें तो डीडीसीए के एक अधिकारी ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि इस मसले को लेकर गौतम गंभीर से बात की गई है। उनके पास क्रिकेट का खास अनुभव है और उम्मीद है कि वह डीडीसीए के बिगड़े हालातों को दोबार पटरी पर ला सकते हैं।

 

अधिकारी ने कहा कि गंभीर डीडीसीए के हालात से अच्छी तरह वाकिफ हैं और उनके जैसे सख्त इंसान की बहुत जरूरत है। इस बैठक में हुए हंगामे के बाद गंभीर ने ट्विटर पर निराशा जताते हुए बीसीसीआई अध्यक्ष और जय शाह से अपील करते हुए कहा था कि तत्काल प्रभाव से इसे भंग कर दिया जाए।

जो भी इस हंगामे में शामिल हैं उनपर आजीवन प्रतिबंध भी लगाया जाए। इससे पहले डीडीसीए के अध्यक्ष रहे रजत शर्मा ने इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि वह अपने जमीर से समझौता नहीं कर सकते। तब से यह पद खाली ही पड़ा है।