एशिया कप जीतने वाली भारतीय टीम को शीर्ष पुरस्कार से वंचित करने को लेकर विवाद जारी है, क्योंकि एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी अपनी बदतमीजी से बाज नहीं आ रहे हैं। मोहसिन नकवी ने बुधवार एक अक्टूबर 2025 को एक नया राग अलापा। मोहसिन नकवी ने कहा कि भारतीय टीम का दुबई स्थित एसीसी मुख्यालय में उनसे एशिया कप ट्रॉफी लेने के लिए ‘स्वागत’ है।

इससे पहले मोहसिन नकवी ने कहा था कि वह भारतीय टीम को ट्रॉफी देने के लिए तैयार हैं, बशर्ते उसके लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाए और उसमें वह भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव को ट्रॉफी सौंपेंगे।

मोहसिन नकवी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में उन खबरों का खंडन किया जिनमें दावा किया गया था कि एसीसी अध्यक्ष ने मंगलवार 30 सितंबर 2025 को एसीसी की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में रविवार 28 सितंबर 2025 को पुरस्कार वितरण समारोह में अपने किए के लिए बीसीसीआई पदाधिकारियों से माफी मांगी थी। सूर्यकुमार यादव ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया था कि मोहसिन नकवी ट्रॉफी लेकर भाग गए थे।

मोहसिन नकवी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष और अपने देश के गृह मंत्री भी हैं। मोहसिन नकवी का राजनीतिक रुख भारत विरोधी है। मोहसिन अक्सर भारत विरोधी बयान देते रहते हैं। मोहसिन ने लिखा, ‘एसीसी अध्यक्ष के रूप में, मैं उसी दिन ट्रॉफी सौंपने के लिए तैयार था और अब भी तैयार हूं। अगर वे सचमुच इसे चाहते हैं, तो वे एसीसी कार्यालय आकर मुझसे इसे ले सकते हैं।’

आशीष शेलार और राजीव शुक्ला ने एसीसी की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व किया था, जहां उन्होंने भारतीय टीम को ट्रॉफी न सौंपे जाने पर कड़ी आपत्ति जताई थी। सूर्यकुमार यादव की अगुआई वाली टीम इंडिया ने एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तान को हराया था।

मोहसिन नकवी ने मंगलवार 30 सितंबर को बीसीसीआई पदाधिकारियों से कहा था कि वह भारतीय टीम को ट्रॉफी देने के लिए तैयार हैं। हालांकि, एजीएम में इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं लिया गया, जिससे बीसीसीआई के शीर्ष पदाधिकारी और भी नाराज हो गए। बीसीसीआई इस मामले को आईसीसी के समक्ष उठाएगा, जिसकी बैठक नवंबर में होगी।

एशिया कप 2025 के दौरान भारत और पाकिस्तान की टीमें तीन बार आमने-सामने हुईं और फाइनल सहित हर बार भारत ने जीत हासिल की। ​​भारत ने इस आयोजन के दौरान पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ ‘हाथ न मिलाने’ की नीति अपनाई, जिससे पीसीबी नाराज हो गया।

पहलगाम आतंकी हमले जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने 26 भारतीय पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी, के बाद दोनों पड़ोसियों के बीच दुश्मनी चरम पर है। इसके बाद भारत ने सीमा पार आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सैन्य कार्रवाई शुरू की थी।