तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के इंग्लैंड के खिलाफ 25 जनवरी से शुरू होने वाले पहले दो टेस्ट मैचों में नहीं खेलने की संभावना है, क्योंकि उन्होंने टखने की चोट के बाद से फिर से गेंदबाजी शुरू नहीं की है। एक अन्य घटनाक्रम में दुनिया के नंबर वन रैंक वाले टी20 बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव की क्रिकेट में वापसी में अधिक समय लग सकता है।

द इंडियन एक्सप्रेस को पता चला है कि सूर्यकुमार यादव हार्निया से पीड़ित हैं और उन्हें सर्जरी की जरूरत है। उम्मीद है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 के शुरू होने से पहले वह पूरी तरह फिट हो जाएंगे।

शमी को NCA में साबित करनी होगी अपनी फिटनेस

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र ने बताया, ‘मोहम्मद शमी ने अब तक गेंदबाजी करना भी शुरू नहीं किया है। उन्हें राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) जाकर अपनी फिटनेस साबित करनी होगी। इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैच में उनका खेलना संदिग्ध लग रहा है।’

सूर्यकुमार के IPL 2024 से पहले फिट होने की उम्मीद

सूत्र ने बताया, ‘सूर्यकुमार यादव के मामले में भी उम्मीद से ज्यादा वक्त लगेगा। हार्निया के ऑपरेशन के बाद उन्हें प्रशिक्षण शुरू करने में आठ-नौ सप्ताह तक का समय लग सकता है। उम्मीद है कि वह आईपीएल के शुरू होने से पहले तक फिट हो जाएंगे।’

बता दें कि मोहम्मद शमी को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 30 नवंबर को घोषित टेस्ट टीम में शामिल किया गया था, लेकिन 33 साल के इस तेज गेंदबाज उपलब्धता उपचार के बाद उनकी रिकवरी पर निर्भर थी। बाद में बीसीसीआई की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि टेस्ट श्रृंखला में मोहम्मद शमी की भागीदारी फिटनेस पर निर्भर थी और उन्हें बीसीसीआई मेडिकल टीम द्वारा मंजूरी नहीं दी गई थी।

शमी की वापसी को लेकर जल्दबाजी में नहीं BCCI

इंडियन एक्सप्रेस को पता चला है कि बीसीसीआई शमी की वापसी में ज्यादा जल्दबाजी नहीं करेगा। इसके पीछे एक प्रमुख वजह यह है कि पांच मैच की टेस्ट सीरीज घर पर खेली जा रही है और मोहम्मद सिराज और जसप्रित बुमराह उपलब्ध रहेंगे। भारतीय मैदानों पर स्पिनर्स की भी प्रमुख भूमिका जगजाहिर है। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी स्पिनर्स अहम भूमिका निभा सकते हैं।

ऐसे में भारत को अपनी तेज गेंदबाजी तिकड़ी (बुमराह, शमी और सिराज) की बहुत आवश्यकता नहीं पड़ेगी। पता चला है कि बीसीसीआई सूर्यकुमार यादव की हार्निया के संबंध में विशेषज्ञों से सलाह ले रहा है और उन्हें सर्जरी के लिए विदेश भेजे जाने की संभावना है।