वर्ल्ड कप और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज से पहले टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को घरेलू हिंसा मामले में राहत मिली है। कोलकाता के अलिपोर कोर्ट ने मंगलवार को उन्हें 2 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी। कोलकाता के अलिपोर एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने मोहम्मद शमी पेश हुए और उन्हें जमानत मिल गई।

2018 में जादवपुर पुलिस स्टेशन में पत्नी हसीन जहां की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर मोहम्मद शमी और उनके परिवार के कुछ सदस्यों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इसके बाद शमी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की गई। इससे पहले कोर्ट ने शमी को कोर्ट में पेश होकर जमानत लेने को कहा था।

मोहम्मद शमी और हसीन जहां के बीच तलाक का केस लंबित

मोहम्मद शमी पर उनकी पत्नी हसीन जहां के बीच तलाक का केस लंबित है। घरेलू हिंसा मामले में शमी पहली बार कोर्ट में पेश हुए। 5 अक्टूबर से खेले जाने वाले वर्ल्ड कप 2023 से पहले भारतीय क्रिकेटर मंगलवार 19 सितंबर को कोर्ट में पेश हुए और जमानत के लिए अर्जी दी। न्यायाधीश ने याचिका स्वीकार कर ली और जमानत दे दी।

मोहम्मद शमी कोर्ट में पेश हुए और उन्हें जमानत मिल गई

23 अगस्त को अलीपुर के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने आदेश दिया कि अदालत को हसीन की शिकायत के मद्देनजर शमी को तलब करने के पीछे कोई जरूरी कारण नहीं मिला। इसलिए फिलहाल उन्हें कोर्ट में पेश होने की जरूरत नहीं है। हालांकि, अगले 30 दिनों के भीतर भारतीय क्रिकेटर को इस मामले में आगे की कार्यवाही के लिए ट्रायल कोर्ट में आवेदन करना होगा। इस अवधि के दौरान वह जमानत के लिए आवेदन कर सकते हैं। ट्रायल कोर्ट शमी की जमानत पर कानून के मुताबिक फैसला करेगा। इस आदेश के बाद शमी कोर्ट में पेश हुए और उन्हें जमानत मिल गई।