मोहम्मद आमिर ने 17 दिसंबर 2020 को महज 18 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। संन्यास लेते वक्त उन्होंने कहा था कि वह क्रिकेट से दूर नहीं हो रहे हैं, बल्कि उन्हें दूर किया जा रहा है। वह क्रिकेट खेलना चाहते थे, लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की हरकतों से क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा। मोहम्मद आमिर ने अब फिर से पीसीबी को धोया है।
आमिर ने संन्यास लेने के बाद दिए पहले इंटरव्यू में कहा कि मेरे खिलाफ लोगों के जेहन में ‘स्लो पॉइजन’ भरा जा रहा था। मेरी इमेज खराब की जा रही थी। ये सब चीजें मुझे फ्रस्ट्रैट (कुंठित कर) कर रही थीं, तो कहीं न कहीं तो यह बम फटना ही था। मोहम्मद आमिर ने कहा, ‘मैं कमजोर नहीं हूं। मैं कमजोर होता ना तो मैं 2010 के बाद क्रिकेट में आता ही नहीं। मैं खेलता ही नहीं। मैं अगर इतना कमजोर होता तो लोगों का सामना ही नहीं करता। 2010 में अगर मेरे से गलती हुई थी तो मैंने उसे माना और उसका सामना किया।’
आमिर ने कहा, ‘ऐसे में अब भी जो गलत हो रहा था, मुझे उसके खिलाफ भी खड़े होना था। अगर किसी को नहीं पता तो बता दूं कि मैं आज भी आईसीसी की ओडीआई में टॉप-10 रैंकिंग में हूं। बॉसगीरी जो है, इसे क्रिकेट से खत्म करनी पड़ेगी। आजकल का दौर है भाई गिव रिस्पेक्ट, टेक रिस्पेक्ट (इज्जत दो, इज्जत लो)। आजकल हर बंदा प्यार का भूखा है।’
आमिर बोले, ‘कुछ लोग टीवी पर बैठकर बोल रहे हैं कि यह जज्बाती फैसला है, फलाना है, यह है, वह है। देखिए यह जज्बाती फैसला नहीं है।मैंने बड़ा सोचसमझ कर किया है। मैं जरा लोगों को स्पष्ट कर दूं टीम से ड्राप होने के वजह से भी मैंने यह फैसला नहीं लिया है। इश्यू स्टार्ट हुआ था, मेरे टेस्ट क्रिकेट के रिटायरमेंट से। पीसीबी के मैनेजमेंट में जो पाकिस्तान क्रिकेट को इस समय रन (चला) कर रहे हैं, उन्होंने (जब से उन्होंने चार्ज संभाला) लोगों के दिमागों में यह (स्लो पॉइजन) डालना शुरू कर दिया था।’
आमिर ने पिछले साल आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था। आमिर ने बताया, ‘उस समय पाकिस्तान टीम मैनेजमेंट में मिकी वगैरह थे। उन लोगों को पता था कि मैं वर्ल्ड कप के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लूंगा। उस समय तो किसी को कोई इश्यू नहीं हुआ। मीडिया में भी लोगों ने काफी सपोर्ट किया। जब से इन लोगों ने चार्ज संभाला, तो मुझे व्हाइट बॉल के लिए सिलेक्ट किया।’
आमिर बोले, ‘टीम ऑस्ट्रेलिया भी गई। वहां पर टेस्ट सीरीज हारने के बाद आपके बॉलिंग कोच, आपके जो हेड कोच हैं, उनके बयान मेरे खिलाफ आए।’ मोहम्मद आमिर ने आगे कहा, ‘मुझे पाकिस्तानी टीम से बाहर होने का पता सोशल मीडिया से चला। ये खिलाड़ी की बेइज्जती नहीं है तो क्या है कि टीम मैनेजमेंट उसे ये तक नहीं बताता कि तुम टीम से बाहर हो।’