मिताली राज को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किए हुए 22 साल से ज्यादा समय हो गया है। इतना समय होने के बावजूद वह हमेशा खुद को बेहतर बनाने की दिशा में काम करती रहती हैं। मिताली राज की कुछ ऐसी आदतें हैं जो उन्हें क्रिकेट पिच पर और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में मदद करती हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में मिताली राज ने बताया कि वह हर दिन प्रैक्टिस करती हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं एक फिटनेस फ्रीक नहीं हूं, लेकिन हर दिन किसी न किसी रूप में प्रशिक्षण करना सुनिश्चित करती हूं। यह जॉगिंग, स्प्रिंटिंग या जिम वर्कआउट हो सकता है, लेकिन ट्रेनिंग जरूरी है।’

उन्होंने बताया, ‘जब भी मैं किसी दौरे से घर लौटती हूं, तो उन लोगों के लिए कुछ लाती हूं जो मेरी मदद करते हैं। उदाहरण के लिए, ऐसे लड़के हैं जो मुझे नेट्स में घंटों गेंदबाजी करते हैं। मैं अपना आभार व्यक्त करने के लिए उनके लिए कुछ स्मृति चिन्ह लाती हूं। यह पैड, जूते, बेल्ट या कुछ और भी हो सकता है। यह मेरा उन्हें सिर्फ ‘धन्यवाद’ कहने का एक तरीका है।’

मिताली ने यह भी बताया, ‘मैं किसी भी दौरे पर जाने से पहले हमेशा अपनी मां का आशीर्वाद लेती हूं। यह एक आदत है जो मेरे पहले दौरे से शुरू हुई थी और आज तक जारी है। जब भी मैं यात्रा के लिए जाने वाली होती हूं, मेरे पिताजी मुझे हवाई अड्डे पर छोड़ने आते हैं। वह अब भले ही 80 साल के हैं, फिर भी यह रिवाज जारी है।’

मिताली के मुताबिक, जब भी वह किसी नई जगह पर जाती हैं, तो किसी पूजा स्थल पर जाकर प्रार्थना जरूर करती हैं। उन्होंने बताया, ‘यह कोई भी पूजा स्थल हो सकता है- भारत में, मैं पास के मंदिर में जाती हूं। अगर मैं विदेश यात्रा पर होती हूं, तो मैं प्रार्थना करने के लिए चर्च या चैपल (उपासना स्थल) की तलाश करती हूं। बस एक पवित्र स्थान। यह मुझे बहुत शांति देता है। यह किसी भी मैच या सीरीज शुरू करने से पहले मुझे सही फ्रेम में रखता है।’

मिताली कहीं भी जाएं वह हमेशा अपने साथ एक डायरी रखती हैं। उसमें वह हर मैच के लिए अपने प्लान के बारे में लिखती हैं। मिताली ने बताया, ‘मैं बहुत ऑर्गनाइज्ड हूं। मैं पूरे सप्ताह की योजना पहले ही बना लेती हूं। मैं लिखती हूं कि मैं मैच के लिए मेरा क्या करने का प्लान है, मैं प्रैक्टिस और तैयारी कैसे करूंगी, आदि। मैच के दिन, मैं बस अपनी डायरी पढ़ती हूं। यह लगभग अंतिम परीक्षा से पहले रिवीजन जैसा है!’

मिताली ने बताया, ‘एक लंबे दौरे के बाद, मुझे स्विच ऑफ करना और एक नई जगह की यात्रा करना पसंद है, खासकर ऐसी जगह जो प्रकृति से घिरी हुई है। मुझे वनों और जंगलों से प्यार है, इसलिए मैं अपनी अधिकांश यात्राओं की योजना उसी के आसपास बनाती हूं। मेरा उद्देश्य भारत के सभी राष्ट्रीय उद्यानों का दौरा करना है।’

मिताली पढ़ने की काफी शौकीन हैं। उन्होंने बताया, ‘गैजेट्स के जमाने में भी किताबें मेरा पहला प्यार हैं। मैं यह सुनिश्चित करती हूं कि मैं हर दिन कम से कम 10 मिनट पढ़ूं, फिर चाहे मैं कितना भी व्यस्त क्यों न हो। भले ही मेरा दिन बहुत लंबा और थका देने वाला हो, लेकिन मैं सोने से पहले पढ़ने के लिए कुछ समय जरूर निकालती हूं। मैं अपने फोन के बिना जीवित रह सकती हूं, लेकिन मेरी किताबों के बिना नहीं।’

बता दें कि भारत की महिला टेस्ट और वनडे टीम की कप्तान मिताली राज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने वाली महिला हैं। वह एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 7,000 रन का आंकड़ा पार करने वाली इकलौती महिला क्रिकेटर हैं।

वह एकदिवसीय मैचों में लगातार सात अर्धशतक लगाने वाली पहली खिलाड़ी हैं। मिताली राज के नाम महिला वनडे में सबसे ज्यादा अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड भी है। वह न्यूजीलैंड में 2022 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की अगुआई भी करेंगी।