भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने गुरुवार यानी 1 जुलाई 2021 की अलसुबह (भारतीय समयानुसार) इंग्लैंड के खिलाफ अपना दूसरा वनडे इंटरनेशनल मैच 5 विकेट से गंवा दिया। इसके साथ ही वह तीन वनडे इंटरनेशनल की सीरीज भी हार गई। पहले वनडे में इंग्लैंड की महिलाओं ने 8 विकेट से बाजी मारी थी।
सीरीज का तीसरा वनडे वार्क्सटर में 3 जुलाई से भारतीय समयानुसार दोपहर 3:30 बजे से खेला जाना है। इसके बाद 9 से 15 जुलाई के बीच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज होनी है। वनडे इंटरनेशनल में भारतीय महिलाओं की यह लगातार पांचवीं हार है। भारत को वनडे में आखिरी जीत 9 मार्च 2021 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली थी। तब उसने लखनऊ में खेले गए मैच में मेहमान टीम को 9 विकेट से हराया था। उसके बाद से उसने 5 वनडे खेले और सभी में हार झेली।
टॉंटन (Taunton) के द कूपर एसोसिएट्स काउंटी ग्राउंड (The Cooper Associates County Ground) में खेले गए दूसरे वनडे में भारतीय कप्तान मिताली राज (Mithali Raj) ने अर्धशतकीय लेकिन औसतन धीमी पारी खेली। उन्होंने 6 चौके की मदद से 92 गेंद में 59 रन बनाए। उनके अलावा युवा सनसनी शेफाली वर्मा (Shafali Verma) ने 7 चौके की मदद से 55 गेंद में 44 रन ठोके।
स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) भी 3 चौके की मदद से 30 गेंद में 22 रन बनाने में कामयाब रहीं। हालांकि, इन सबका प्रयास इंग्लैंड की केट क्रास की कातिलाना गेंदबाजी और सोफी डंकली के जुझारू अर्धशतक के सामने फीकी पड़ गया।
केट क्रास (Kate Cross) ने 10 ओवर में 34 रन देकर 5 विकेट झटके। बायें हाथ की स्पिनर सोफी एक्लेस्टोन (Sophie Ecclestone) ने भी 10 ओवर में 2 मेडन फेंकते हुए 33 रन देकर 3 विकेट लिए। यही वजह रही है कि मिताली, शेफाली और स्मृति को छोड़कर बाकी भारतीय बल्लेबाज क्रास और एक्लेस्टोन के आगे नहीं टिक पाईं और पूरी टीम 50 ओवर में 221 रन पर आउट हो गई।
अपेक्षाकृत आसान लक्ष्य के सामने इंग्लैंड भी शुरू में लड़खड़ा गया। उसका 28.5 ओवर के बाद स्कोर पांच विकेट पर 133 रन था। डंकली (81 गेंदों पर नाबाद 73) और कैथरीन ब्रंट (46 गेंदों पर नाबाद 33) ने यहीं से छठे विकेट के लिए 92 रन की अटूट साझेदारी की और टीम को 15 गेंद शेष रहते जीत दिला दी। इंग्लैंड ने 47.3 ओवर में पांच विकेट पर 225 रन बनाए।
सलामी बल्लेबाज लॉरेन विनफील्ड हिल ने 57 गेंदों पर 42 और एमी एलेन जोंस ने 34 गेंदों पर 28 रन का योगदान दिया। भारत की तरफ से पूनम यादव ने दो विकेट लिए, लेकिन इसके लिये उन्होंने 63 रन खर्च किए। झूलन गोस्वामी, शिखा पांडे और स्नेह राणा ने 1-1 विकेट हासिल किए। मिताली गर्दन में दर्द के कारण क्षेत्ररक्षण के लिये नहीं उतरी और उनकी जगह उप कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टीम की अगुआई की।
इससे पहले भारत ने फिर से टॉस गंवाया। शेफाली और स्मृति मंधाना ने पहले विकेट के लिए 54 रन जोड़े लेकिन 21 रन के अंदर तीन विकेट गंवाने से टीम दबाव में आ गई। बाद में मिताली और हरमनप्रीत (39 गेंदों पर 19 रन) ने चौथे विकेट के लिए 68 रन जोड़े लेकिन यह साझेदारी टूटते ही टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई।
क्रास ने 12वें ओवर में दूसरे बदलाव के रूप में गेंद संभाली। उन्होंने सबसे पहले मंधाना और जेमिमा रोड्रिग्स (आठ) को पवेलियन की राह दिखाई। मंधाना उनकी गुडलेंथ गेंद को कट करने के प्रयास में विकेट में खेल गईं, जबकि जेमिमा की टाइमिंग सही नहीं थी। गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर हवा में लहरा गई।
शेफाली को 21 रन पर जीवनदान मिला लेकिन एक्लेस्टोन की गेंद पर चूकने से वह इसका खास फायदा नहीं उठा पाईं। मिताली ने सहजता से रन बटोरे। इस बीच कुछ अच्छे शॉट लगाए, लेकिन हरमनप्रीत को शुरू से संघर्ष करना पड़ा। क्रास के दूसरे स्पेल में उन्होंने भी जेमिमा की तरह गेंद हवा में लहराकर अपना विकेट इनाम में दिया।
क्रास ने इसके बाद दीप्ति शर्मा (12 गेंदों पर पांच) और स्नेह राणा (सात गेंदों पर पांच) को आउट करके अपने करियर में दूसरी बार मैच में पांच विकेट लेने का कारनामा किया। मिताली ने 80 गेंदों पर अपने वनडे करियर का 57वां अर्धशतक पूरा किया, लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरने का क्रम नहीं रुका।
मिताली राज एक छोर से विकेट गिरने का दबाव साफ दिख रहा था। वह आखिर में तीसरा रन चुराने के प्रयास में रन आउट हो गईं। झूलन गोस्वामी (19 गेंदों पर नाबाद 19 रन) और पूनम यादव (15 गेंदों पर 10 रन) ने आखिरी विकेट के लिए 22 गेंदों पर 29 रन जोड़े, जिससे भारत सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा।