माइकल प्लातिनी ने फीफा के आठ साल के प्रतिबंध को बुरा और अनुचित करार दिया लेकिन उन्होंने विश्व फुटबाल संस्था के अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी के लिए जंग जारी रखने की कसम खाई। फीफा के उपाध्यक्ष और यूएफा प्रमुख ने नैतिक समिति के उन्हें प्रतिबंधित करने के फैसले की कड़ी आलोचना की लेकिन कहा कि वह अपना नाम ‘पाक साफ करवाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।’

प्लातिनी पर प्रतिबंध का मतलब है कि व२ फुटबाल गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। इससे वह 26 फरवरी को फीफा अध्यक्ष सैप ब्लाटर के उत्तराधिकारी के लिए होने वाले चुनाव में भी हिस्सा नहीं ले पाएंगे और यूएफा अध्यक्ष के रू प में भी काम नहीं कर पाएंगे। ब्लाटर और प्लातिनी को कल आठ साल के लिए निलंबित किया गया था। प्लातिनी ने कहा- मैं लडूंगा। जो कुछ होगा उसके हिसाब से मैं अपनी जिम्मेदारी लूंगा। उन्होंने हालांकि स्वीकार किया अपने पक्ष में मामला बनाने के लिए उनके पास बहुत कम समय है। उन्होंने कहा कि समस्या यह है कि मैं समयसीमा को लेकर अनिश्चित हूं। जब तक मेरे पास निलंबन के कारण नहीं होते हैं तब तक मैं खेल पंचाट (सीएएस)में अपील नहीं कर सकता हूं।