भारत की युवा निशानेबाज मेहुली घोष ने मंगलवार को नेपाल की राजधानी काठमांडू में चल रहे साउथ एशियन गेम्स (South Asian Games) में विलक्षण प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल के फाइनल में 253.3 पॉइंट हासिल किए। उनके ये अंक वर्ल्ड रिकॉर्ड से भी ज्यादा हैं। इस इवेंट में वर्ल्ड रिकॉर्ड भारतीय निशानेबाज अपूर्वी चंदेला के ही नाम है।

अपूर्वी चंदेला ने इसी साल फरवरी में दिल्ली में हुए आईएसएसएफ वर्ल्ड कप के 10 मीटर एयर राइफल इवेंट के फाइनल में 252.9 का स्कोर किया था। हालांकि, मेहुली के काठमांडू में किए गए प्रदर्शन को विश्व रिकॉर्ड की श्रेणी में नहीं गिना जाएगा। दरअसल, शूटिंग की अंतरराष्ट्रीय संस्था (आईएसएसएफ) दक्षिण एशियाई खेलों के नतीजों को वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिहाज से मान्यता नहीं देती।

मेहुली की इस उपलब्धि के साथ ही भारतीय निशानेबाजों ने 13वें दक्षिण एशियाई खेल (सैग) में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल के सभी पदकों पर कब्जा जमाया। मेहुली के अलावा इस इवेंट में भारत की ही श्रीयंका सदांगी 250.8 अंक हासिल कर रजत पदक जीतने में सफल रहीं। वहीं, श्रेया अग्रवाल ने 227.2 अंक के साथ कांस्य पदक हासिल किया।

मेहुली घोष ने पिछले साल आईएसएएस वर्ल्ड चैंपियनशिप (ISSF World Championships) में 10 मीटर एयर राइफल में कांस्य पदक जीता था। वे पिछले साल हुए गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स और यूथ ओलंपिक में भी रजत पदक पर कब्जा जमा चुकी हैं।

एनआरएआई के एक शीर्ष पदाधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘जहां तक मेरी जानकारी है दक्षिण एशियाई खेलों के नतीजों को रिकॉर्ड के लिहाज से मान्यता प्राप्त नहीं है। सिर्फ विश्व कप, विश्व चैंपियनशिप, कोटा संबंधी प्रतियोगिताओं पर ही आईएसएसएफ (ISSF) रिकॉर्ड के लिहाज से विचार करता है। इसके अलावा अगर अन्य नतीजों को रिकॉर्ड में शामिल करना है तो वहां आईएसएसएफ का एक रेफरी होना जरूरी होता है।’