हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए शनिवार (5 सितंबर) को वोटिंग के दिन पूर्व रेसलर और जुलाना से कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट के राजनीति में आने पर ताऊ महावीर फोगाट ने बड़ा बयान दिया। बलाली में वोट देने के बाद महावीर ने कहा कि दीपेंदर हुड्डा अपनी राजनीतिक स्वार्थ के लिए विनेश को चुनाव में लेकर आए। विनेश फोगाट के व्यवहार को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि बेटा-बेटी भले ही कुपात्र हो जाए जब वह मां-बाप के हाथ में आता है तो भगवान का रूप होता है। बच्चा कितनी भी गलती करे, लेकिन उसे यही लगता है कि हमारा बच्चा है।

बलाली में वोट देने के बाद महावीर फोगाट ने पीटीआई से बात करते हुए विनेश फोगाट को लेकर कहा, “देखिए मैंने पहले भी जब वो ओलंपिक से डिस्क्वालिफाई हुई थी तो कहा था कि 140 करोड़ भारतवासियों के लिए बड़ा प्रेम प्यार और बड़ा जोश बढ़ाया उसका। हौसला बढ़ाया। मेरी अपने विचार थे। मैंने बार-बार आपके चैनल के माध्यम से कहा था कि हमारी सबकी कोशिश होगी कि इसको 2028 के लिए तैयार करें।”

हुड्डा साहब अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए उसको चुनाव में ले आए

महावीर फोगाट ने आगे कहा, “उससे पहले उसका कोई विचार नहीं था चुनाव से। जब वो बाहर से आई ओलंपिक से तो जो दीपेंदर हुड्डा था साथ में एयरपोर्ट से निकला था। और उसके दो-चार रोज बाद में, पांच रोज बाद में उसे अपने घर बुलाई है। सारा परिवार था, हुड्डा साहब थे और दीपेंदर साहब थे और इसके घर वाले सब थे। उसके बाद में उसने चुनाव का विचार कैसे बनाया। ये मैं कहता हूं कि सिर्फ हुड्डा साहब अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए उसको चुनाव में ले आए।”

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बच्चा बेशक इज्जत न करे, लेकिन मां-बाप की आत्मा अलग होती है

महावीर फोगाट ने विनेश के व्यवहार को लेकर कहा, ” चलो वो जैसी है, जो भी व्यवहार कर रही है उससे हमें क्या लेना-देना? कहते हैं बेटा-बेटी कुपात्र हो जाएं। नरबाग हो जाएं, लेकिन जब मां-बाप की आत्मा आती है वो एक भगवान का रूप होता है। बच्चा कितनी भी गलती करे, लेकिन उसकी आत्मा यही रहेगी मेरा बच्चा है। यही सोच विचार मेरे है। बच्चा जब कोई आगे बढ़ता है, नाम करता है तो बेशक मां-बाप की इज्जत न करे, लेकिन मां-बाप की आत्मा अलग होती है। “