बीजेपी ने शनिवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में राजस्थान के 15 उम्मीदवारों का नाम भी शामिल है। इन 15 सीटों में चुरू के मौजूदा सांसद राहुल कासवां का नाम शामिल नहीं है। बीजेपी बीते 33 साल से इस सीट पर कासवां परिवार को ही टिकट दे रही थी लेकिन इस बार उन्होंने पैरालंपिक खेलों में दो बार गोल्ड मेडल जीतने वाले देवेंद्र झाझरिया पर भरोसा जताया है।
33 साल से बीजेपी के टिकट पर लड़ रहा है कासवां परिवार
कास्वां परिवार बीते कई सालों से राजनीति में है। वह बीते 33 साल से चुरू में बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। राहुल कासवां 2014 से इस सीट से सांसद हैं। इससे पहले उनके पिता भी तीन बार इसी सीट से सांसद रहे थे। इसके बावजूद बीजेपी ने इस बार इस परिवार को टिकट नहीं दिया है। राहुल कास्वां और राजेंद्र राठौड़ के बीच हुए विवाद को इसका कारण बताया जा रहा है।
राजेंद्र राठौड़ और राहुल कासवां का विवाद
पिछले साल राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में सात बार के विधायक राजेंद्र राठौड़ तारानगर सीट से चुनाव हार गए थे। इसके बाद उन्होंने कहा कुछ जयचंद है जिनके भितरघात के कारण वह चुनाव हार गए। वहीं उनके समर्थकों ने खुलकर राहुल कासवां को जयचंद बताया था। इसी के बाद विवाद शुरू हुआ था। दोनों के बीच बयानबाजी जारी रही और इसे ही कास्वां का नाम कटने का कारण बताया जा रहा है।
कासवां से बीजेपी ने पैरालंपिक खिलाड़ी देवेंद्र को मौका दिया जो टिकट मिलने पर काफी खुश हैं। उन्होंने कहा, “ये मेरे लिए बड़ी खुशी का पल है, देश के 5 से 7 करोड़ दिव्यांग लोगों में खुशी है कि आज भाजपा ने एक दिव्यांग व्यक्ति को टिकट दिया है।”
कौन हैं देवेंद्र झाझरिया
42 साल के झाझरिया को बचपन की त्रासदी जिसके कारण उनका बायां हाथ काटना पड़ा, वह उन कई बाधाओं में से एक थी, जिनसे झाझरिया ने सफलता की सीढ़ी चढ़ने के लिए संघर्ष किया। झाझरिया ने 2004 और 2016 के ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं टोक्यो खेलों में सिल्वर मेडल जीता था। वह 2014 एशियाई पैरा खेलों में रजत विजेता होने के अलावा दो बार पैरा विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता भी हैं। वह विश्व रिकॉर्ड धारक भी रह चुके है। झाझरिया को 2022 में देश का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण मिला था।