विराट कोहली ने 15 जनवरी 2022 को भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी भी छोड़ने का ऐलान कर दिया। खास यह है कि 5 साल पहले 15 जनवरी के ही दिन विराट कोहली ने टीम इंडिया को यादगार जीत दिलाई दी थी और अब इसी दिन उन्होंने भारतीय टीम की कमान छोड़ दी।
विराट कोहली के लिए आखिरी 4 महीने (16 सितंबर 2021 से 15 जनवरी 2022 तक) का समय बहुत अच्छा नहीं रहा है। इस दौरान उन्होंने 4 टीमों की कप्तानी गंवाई। विराट कोहली ने 16 सितंबर 2021 को ऐलान किया था कि वह वर्ल्ड कप के बाद टी20 टीम की कमान छोड़ देंगे।
इसके बाद उन्होंने 20 सितंबर 2021 को घोषणा की कि वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर की कमान छोड़ देंगे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 8 दिसंबर 2021 को उन्हें वनडे की कप्तानी से हटाकर रोहित शर्मा को टीम की कमान सौंप दी।
अब 14 जनवरी को साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारने के बाद विराट कोहली ने 15 जनवरी 2022 को ट्विटर पर टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया। विराट कोहली के लिए 15 जनवरी की तारीख पहले भी यादगार रही है।
कोहली ने 15 जनवरी 2017 को पुणे में खेले गए वनडे इंटरनेशनल मैच में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की डूबती नैया पार लगाई थी। विराट कोहली उस मैच में टीम इंडिया के कप्तान थे। उन्होंने टॉस जीतकर फील्डिंग चुनी थी।
इयोन मॉर्गन की अगुआई वाली इंग्लैंड ने जेसन रॉय, जो रूट, बेन स्टोक्स के अर्धशतकों की मदद से 50 ओवर में 7 विकेट पर 350 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की निराशानजनक शुरुआत हुई।
भारत ने 13 रन पर ही पहला विकेट गंवा दिया। केएल राहुल और महेंद्र सिंह धोनी भी दहाई का आंकड़ा छूने में नाकाम रहे। युवराज सिंह भी 15 रन का ही योगदान दे पाए। नतीजा यह हुआ कि टीम इंडिया का स्कोर 11.5 ओवर में 4 विकेट पर 63 रन हो गया।
ऐसे में विराट कोहली और केदार जाधव ने लंगर डालकर बल्लेबाजी की। दोनों ने 5वें विकेट के लिए 200 रन की साझेदारी की। विराट कोहली 8 चौके और 5 छक्के की मदद से 105 गेंद में 122 रन बनाकर आउट हुए। विराट जब पवेलियन लौटे तब भारत को जीत के लिए 82 गेंद में 88 रन चाहिए थे।
उस मैच में कोहली के अलावा केदार जाधव ने भी शतक लगाया। उन्होंने 12 चौके और 4 छक्के की मदद से 76 गेंद में 120 रन बनाए। केदार जब आउट हुए तब टीम इंडिया को जीत के लिए 61 गेंद में 60 रन बनाने थे और उसके 4 विकेट गिरना शेष थे।
इसके बाद बाकी का काम हार्दिक पंड्या (37 गेंद, 40 रन), रविंद्र जडेजा (15 गेंद, 13 रन) और रविचंद्रन (10 गेंद, 15 रन) अश्विन ने कर दिया और टीम इंडिया ने 11 गेंदें शेष रहते ही लक्ष्य हासिल कर लिया। केदार जाधव प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए।
कोहली से उठ चुका है खिलाड़ियों का भरोसा, सीनियर क्रिकेटर ने की थी जय शाह से शिकायत: रिपोर्ट
विराट कोहली ने पहली बार 2 जुलाई 2013 को एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में भारतीय क्रिकेट टीम की अगुआई की थी। इसके बाद से उन्होंने अब तक तीनों फॉर्मेट में 213 अंतरराष्ट्रीय मैच में भारतीय टीम की अगुआई की। इसमें से 113 में टीम इंडिया को जीत दिलाई। उनकी अगुआई में 60 मुकाबलों में भारत को हार भी झेलनी पड़ी, जबकि 11 मैच ड्रॉ पर छूटे, 3 मैच टाई रहे और 4 मैच का नतीजा नहीं निकल पाया।