वेस्टइंडीज ने बांग्लादेश को चटगांव में खेले गए रोमांचक टेस्ट मैच में 3 विकेट से हरा दिया। उसने दो टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। टेस्ट के पांचवें दिन रविवार (7 फरवरी) को 395 रन के लक्ष्य को 7 विकेट पर हासिल कर लिया। विंडीज के लिए मैच में कायेल मेयर्स ने 210 रनों की नाबाद पारी खेली। यह उनका पहला टेस्ट मैच था। वे डेब्यू टेस्ट में टीम की दूसरी पारी में दोहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए। टेस्ट क्रिकेट के 144 साल के इतिहास में ऐसा नहीं हुआ था।
मैच में बांग्लादेश ने पहली पारी में 430 रन बनाए थे। इसके बाद वेस्टइंडीज की टीम पहली पारी में 259 रन ही बना सकी। बांग्लादेश ने दूसरी पारी में 8 विकेट पर 223 रन बनाए। विंडीज को 395 रन का लक्ष्य मिला। उसने अपनी दूसरी और मैच की चौथी पारी में 7 विकेट पर इसे हासिल कर लिया। एशिया में रनचेज करते हुए ये सबसे बड़ी जीत है। वेस्टइंडीज ने श्रीलंका के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। श्रीलंका ने 2017 में जिम्बाब्वे के खिलाफ कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में 388 रन बनाए थे। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 2008/09 में चेन्नई टेस्ट में 387 रन बनाए थे।
मेयर्स एशिया में चौथी पारी में दोहरा शतक लगाने वाले भी पहले बल्लेबाज हैं। टेस्ट डेब्यू में उच्चतम स्कोर बनाने के मामले में वो पांचवें नंबर पर हैं। इंग्लैंड के टिप फॉस्टर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1903/04 में सबसे ज्यादा 287 रन बनाए थे। मेयर्स चौथी पारी में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के छठे बल्लेबाज हैं। उनसे पहले जॉर्ज हैडली (वेस्टइंडीज), नाथन एस्टल (न्यूजीलैंड), सुनील गावस्कर (भारत), बिल एडरिच (इंग्लैंड) और गॉर्डन ग्रीनिज (वेस्टइंडीज) ने ऐसा किया है।
टेस्ट क्रिकेट में वेस्टइंडीज के नाम ही सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड है। उसने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 418 रन बना लिए थे। दक्षिण अफ्रीका ने 2008-09 में पर्थ के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 414 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने 1948 में इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में 404 रन बनाए थे। भारत ने 1975/76 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में 403 रन बनाए थे। बांग्लादेश के खिलाफ मैच की दूसरी पारी में कायेल मेयर्स के अलावा क्रूमाह बूनर ने 86 रन बनाए।