भारतीय स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कमाल की गेंदबाजी की। उन्होंने चार मैचों में 19 विकेट लिए। कुलदीप यादव ने एक समय पर अपने करियर में खराब फॉर्म से जूझ रहे थे जिस कारण टीम इंडिया से भी उनका पत्ता कट गया। कुलदीप यादव ने बताया कि उनके करियर में आए ड्रॉप में एमएस धोनी का अहम रोल था।

धोनी करते थे गेंदबाजों की मदद

धोनी जब टीम इंडिया में थे तब वह गेंदबाजों की बहुत मदद करते थे। वह बल्लेबाज और पिच को देखकर गेंदबाजों का सलाह देते थे। कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को अपने करियर की शुरुआत में धोनी का साथ मिला। उनके खेल पर इसका असर भी दिखा। हालांकि जब धोनी ने संन्यास लिया तो कुलदीप को लगा कि वह खो गए हैं।

धोनी के संन्यास का हुआ असर

उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘मैं चाहता था कि धोनी और समय खेलें। उनके रहते हुए गेंदबाजी करना आसान होता था। जब उन्होंने संन्यास लिया तो मेरी गेंदबाजी पर असर पड़ा। मैं अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पा रहा था। जब आपको गाइड करने वाला शख्स नहीं होता है तो ऐसा होता है। आपको समझने में समय लगता है। शायद यही मेरे साथ हुआ। धीरे-धीरे मैं आत्मनिर्भर बना।’

कुलदीप हैं रोहित करीब

कुलदीप यादव ने रोहित शर्मा के साथ अपने रिश्ते को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा, ‘जब मैं एनसीए में रिहैब पर था और गेंदबाजी करने लगा तब रोहित वहां आए थे। उन्होंने मुझे गेंदबाजी में बदलाव करने के लिए कहा। रोहित भाई ने बताया कि उन्हें लगता है कि गेंदबाज को मुझे खेलने के लिए ज्यादा समय मिल सकता था। इसलिए मुझे ज्यादा एनर्जी डालनी चाहिए। उन्होंने मुझे कुछ कहा मैंने वही किया।’

कुलदीप ने आगे कहा, ‘मेरा रोहित भाई के साथ खास रिश्ता है। हम ज्यादातर साथ रहते हैं। निजी बातें शेयर करते हैं। वह मैदान पर जो कहते हैं उसका कोई बुरा नहीं मानता। जो भी वो बोलते हैं हमारे लिए प्यार ही है। वह हमें बहुत भरोसा दिखाते हैं। अगर मुझे खुद पर भी भरोसा नहीं होगा, तब भी वह मुझपर भरोसा दिखाएंगे। कहेंगे कि मुझे यकीन है तू कर लेगा। बिंदास खेल।’