महाराष्ट्र की ओर घरेलू टूर्नामेंट खेलने वाले राहुल त्रिपाठी ने पिछले साल आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स के शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने 11 मैचों में 230 रन बनाए थे। चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ उन्होंने 51 गेंदों पर 81 रन ठोक दिए थे। शाहरुख खान की टीम को इस सीजन में भी उनसे धमाकेदार प्रदर्शन की उम्मीद हैं। राहुल का आईपीएल तक पहुंचने का सफर काफी रोमांचक रहा है। इस दौरान वे दो बार एक ओवर में 6 छक्के लगा चुके हैं।
राहुल ने कोलकाता नाइटराइडर्स को दिए इंटरव्यू में बताया कि उनके पिता आर्मी में थे तो वे एक स्थान पर 2-3 साल रहते थे। शुरू में श्रीनगर में थे। फिर पुणे आए। अंडर-15 और 17 उनके लिए लिए बेहतर था। अंडर-19 में भी ठीक प्रदर्शन किया था। लेकिन वे रणजी ट्रॉफी में खेलना चाहते थे। राहुल ने अंडर-15 के चयन के बारे में याद करते हुए कहा, ‘‘मुझे सिलेक्शन के बारे में पता नहीं था। मैं स्कूल में था। वहां क्रिकेट के बारे में लोगों को ज्यादा पता नहीं था। मेरे कोच ने पिताजी को फोन किया। पिताजी ने किसी तरह किटबैग पहुंचाया और मैं भी पहुंच गया। वहां तीन गेंद खेला। एक ड्राइव, एक कट, एक और ड्राइव मारा तो उन्होंने मुझे बाहर बुलाया। मेरा चयन हो गया। सभी हैरान थे।’’
राहुल ने आगे बताया, ‘‘मैं डेक्कन जिमखाना के टी20 टूर्नामेंट में खेलने गया था। हमेशा मेरे दोस्त कहते थे कुछ अलग करना पड़ेगा तो नाम बनेगा। मैं उस टूर्नामेंट के एक मैच में मैंने एक ओवर में छह छक्के लगाए। हमारी टीम चैंपियन बनी। इसके बाद डीवाई पाटिल टूर्नामेंट में भी एक ओवर में 6 मार दिए। तब मुझे लगा कि मैंने दो बार छह छक्के लगाए। इससे मुझे आत्मविश्वास मिला।’’
राहुल को सबसे पहले राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स (आरपीएस) ने 2017 में खरीदा। वे 10 लाख के बेस प्राइस में खरीदे गए थे। राहुल ने आरपीएस के लिए पहले सीजन में 14 मैच में 146.44 की स्ट्राइक रेट से 391 रन बनाए। आज जिस कोलकाता की टीम राहुल हैं, उसी के खिलाफ ईडन गार्डन्स पर 3 मई 2017 को 52 गेंद पर 93 रनों की विस्फोटक पारी खेली थी। उन्होंने 9 चौके और 7 छक्के लगाए थे। राहुल उस पारी के बाद सभी टीमों की रडार पर आ गए।
2018 सीजन के लिए हुई नीलामी में राजस्थान ने उन्हें 3.40 करोड़ में खरीदा। उनके लिए पंजाब किंग्स (पहले किंग्स इलेवन पंजाब) रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और दिल्ली कैपिटल्स (पहले दिल्ली डेयरडेविल्स) ने भी बोली लगाई थी। राहुल को राजस्थान की टीम में मध्यक्रम में खेलना पड़ा। यहां उनका खेल खराब हो गया। 2018 में 12 मैचों में वे 226 रन बना सके। नाबाद 80 रन उनका बेस्ट प्रदर्शन रहा। 2019 में तो हाल और बुरा रहा। आठ मैच खेले और 141 रन बना सके। राजस्थान की टीम ने उन्हें बाहर निकाल दिया।
2020 सीजन के लिए राहुल को केकेआर ने खरीदा। शुरू के तीन मैच में वे नहीं खेल सके। दिल्ली कैपिटल्स के मौका मिला तो आठवें नंबर पर बल्लेबाजी मिली। उन्होंने 16 गेंद पर तीन चौके और तीन छक्कों की मदद से 36 रन ठोक दिए। राहुल की बल्लेबाजी क्रम को लेकर केकेआर की आलोचना हुई और चेन्नई के खिलाफ उन्हें ओपनिंग करने का मौका मिला। फिर उन्होंने धोनी की टीम के खिलाफ 81 रन ठोक दिए। इस बार राहुल को ओपनिंग में लगातार मौके मिलने की उम्मीद है।