पठान बंधु (इरफान पठान और यूसुफ पठान) भारतीय क्रिकेट के लिए अंजान चेहरा नहीं हैं। शायद यह कम ही लोगों को मालूम हो कि इरफान पठान के नाम एक मैच में 2 हैट्रिक लेने का रिकॉर्ड दर्ज है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद दोनों भाई सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। इरफान और यूसुफ द कपिल शर्मा शो पर भी आ चुके हैं। इसी दौरान उन्होंने बताया था कि वे सचिन तेंदुलकर के सामने खाना नहीं खाते थे। इस दौरान इरफान ने बताया कि उन्होंने छक्के मारने की कला बड़े यूसुफ पठान से ही सीखी है।

शो में पहुंचने पर कपिल शर्मा ने यूसुफ से पूछा, ‘कभी आपको लगता है कि मेरा छोटा भाई है। कभी छक्का मारते हुए रहम आता है?’ इस पर यूसुफ ने कहा, ‘नहीं, बिल्कुल नहीं आता, क्योंकि वह अपनी टीम के लिए खेलता है। मैं अपनी टीम के लिए खेलता हूं।’ यूसूफ का संदर्भ आईपीएल को लेकर था। आईपीएल में यूसुफ और इरफान दोनों अलग-अलग टीमों के लिए खेलते थे।

कपिल ने पूछा, ‘आपने कभी इनको छक्का मार दिया हो, या फिर इन्होंने आपकी विकेट ले ली है। तो फिर घर जाकर क्या आप लोग मम्मी से शिकायत करते हैं।’ इस पर यूसुफ ने कहा, ‘नहीं ऐसा कभी नहीं हुआ है, लेकिन इसने (इरफान) मेरी गेंद पर छक्का मारा है।’ इस पर इरफान ने कहा, ‘उसी मैच में भाई ने मेरी गेंद पर छक्का मारने की कोशिश की थी, लेकिन वह चौका ही गया था।’ इसके बाद इरफान ने बताया कि मुझे छक्का मारने की टेक्निक भी भाई ने सिखाई है।

इस पर कपिल ने पूछा, ‘सुना है आप सचिन तेंदुलकर के सामने खाना नहीं खाते हैं। इस पर इरफान ने हां में सिर हिलाया। कपिल ने मजाक में पूछा, ‘क्या सचिन सर आपके खाने को नजर लगाते हैं या मांग लेते हैं आपसे।’ तब इरफान ने फिर पूरी कहानी बताई कि आखिर क्यों वे ऐसा करते थे।

इरफान ने बताया, ‘लाहौर में मैच था पाकिस्तान के खिलाफ। 2004 में। वह मेरा दूसरा ही टूर था। सामान्यत: जब छोटे होते हो तो आपको पता नहीं होता है कि आपको क्या करना बाहर। आप जैसे घर में करते हो वैसे ही बाहर करते हो। मैं ड्रेसिंग रूम में बैठा हुआ था।’

इरफान ने कहा, ‘मैं बचपन से ही चावल बहुत ज्यादा खाता था। मेरी पूरी प्लेट पर चावल का पहाड़ बना होता था। टॉस हो गया। सचिन पाजी मेरी तरह आए। मैं नया था तो पाजी थोड़ा मजाक करते थे। पाजी की सबसे अच्छी बात यह थी कि अगर कोई यंग लड़का भी है तो उसके पास जाकर उससे मजाक करेंगे, उसको कम्फर्टेबल कराएंगे।’

इरफान ने बताया, ‘सचिन पाजी मेरे पास आकर बोले- और इरफान कैसा फील कर रहा है। मैंने कहा- पाजी बहुत बढ़िया। उन्होंने कहा- बैटिंग है न अपनी और अच्छा बैटिंग करना। मैंने हकलाते हुए कहा- पाजी बैटिंग है। वे कहते हैं- हां हां बैटिंग है।’

इरफान ने बताया, ‘दरअसल, बॉलिंग थी। पाजी का अप्रत्यक्ष रूप से कहने का मतलब था कि इतना सारा खाकर तू गेंदबाजी कैसे करेगा। मुझे ही पहला ओवर फेंकना था। मुझे इतनी शर्म आई कि उसके बाद से जब भी पाजी इधर आएं मैं उधर चला जाऊं। पाजी दिख जाएं तो मैं उनके सामने खाना ही नहीं खाऊं। मैंने करीब एक साल तक उनके साथ खाना नहीं खाया। और मैंने पाजी के साथ खाना भी तब जब वे मुझे बाहर कहीं रेस्टोरेंट पर ले गए। उससे पहले तक मैंने उनके सामने खाना ही नहीं खाया।’