इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए आगामी टेस्ट सीरीज से पहले एक अच्छी खबर सामने आई है। 27 वर्षीय तेज गेंदबाज जोश टंग ने शानदार फॉर्म में दिखाई दे रहे हैं। यह खबर तब और महत्वपूर्ण हो जाती है, जब इंग्लैंड के दो प्रमुख तेज गेंदबाज – ओली स्टोन और मार्क वुड दोनों चोट के कारण पहले से ही बाहर चल रहे हैं। स्टोन को दाएं घुटने की चोट ने साइडलाइन कर दिया है, जबकि वुड भी लंबे समय से चोट से जूझ रहे हैं। ऐसे में टंग की वापसी इंग्लैंड के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है।

2023 में लॉर्ड्स में आयरलैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने वाले इस तेज गेंदबाज ने उसी साल एशेज टेस्ट में भी हिस्सा लिया। दो टेस्ट मैचों में उन्होंने 25.70 की औसत से 10 विकेट लिए, लेकिन इसके बाद चोटों ने उन्हें लंबे समय तक मैदान से दूर रखा। थोरैसिक आउटलेट सिंड्रोम जैसी गंभीर समस्या ने टंग को 25 साल की उम्र में रिटायरमेंट तक के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया था। इस स्थिति में गर्दन और कंधे के बीच की नसें या रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाती हैं, जिससे असहनीय दर्द होता है। हालांकि, बॉटॉक्स इंजेक्शन ने उनकी तकलीफ को कम किया और उन्होंने हार नहीं मानी।

काउंटी चैंपियनशिप में धमाकेदार वापसी

टंग ने नॉटिंघमशायर के लिए काउंटी चैंपियनशिप में शानदार वापसी की। डरहम के खिलाफ मैच में उन्होंने 7 विकेट झटके, जिसमें दूसरी पारी में 5-66 का शानदार प्रदर्शन शामिल था। इसके बाद वार्विकशायर के खिलाफ पहली पारी में भले ही वह विकेट नहीं ले सके, लेकिन अगली पारी में 2-49 के आंकड़े दर्ज किए। ससेक्स के खिलाफ एक और पांच विकेट हॉल (5-44) ने नॉटिंघमशायर को पहली पारी में 169 रनों पर समेटने में मदद की। 2023/24 सीजन में उन्होंने सात मैचों में 26 विकेट लिए, जो उनकी फॉर्म और फिटनेस का सबूत है।

कुल मिलाकर 54 प्रथम श्रेणी मैचों में टंग ने 25.38 की शानदार औसत से 191 विकेट लिए हैं। उनकी गति, स्विंग और लगातार लाइन-लेंथ ने उन्हें इंग्लैंड के लिए एक मजबूत दावेदार बनाया है।

इंग्लैंड के लिए क्यों अहम है टंग की वापसी?

इंग्लैंड की तेज गेंदबाजी इकाई इस समय मुश्किल दौर से गुजर रही है। ओली स्टोन और मार्क वुड जैसे अनुभवी गेंदबाजों की अनुपस्थिति में टीम को एक ऐसे गेंदबाज की जरूरत है, जो न केवल गति से बल्कि सटीकता से भी विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान कर सके। टंग ने अपनी हालिया फॉर्म से साबित किया है कि वह इस जिम्मेदारी को उठाने के लिए तैयार हैं। उनकी गेंदबाजी में विविधता और दबाव बनाने की क्षमता उन्हें टेस्ट क्रिकेट में एक खतरनाक हथियार बनाती है।