भारत और इंग्लैड के बीच चौथा टेस्ट मैच गुरुवार 30 अगस्त से साउथम्प्टन में खेला जाना है। इससे पहले इंग्लैंड के खिलाड़ी जॉनी बेयरस्टो ने कहा कि वे टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी नहीं, बल्कि विकेट कीपिंग करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि, “नॉटिघम के ट्रेंट ब्रिज पिच पर खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के दौरान मेरी उंगली में चोट में लग गई थी। लेकिन अब वे विशेषज्ञ बल्लेबाज के तौर पर खेलने के लिए फिट हो गए हैं। वह चाहते हैं कि वे विकेटकीपिंग भी करें।”

बेयरस्टो ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि, “चोट लगने की वजह से मेरी उंगली में सूजन आ गई थी। मैं जेब में भी हाथ नहीं डाल रहा था। लेकिन अब पहले से बेहतर स्थिति है। मेरी उंगली अब ठीक है। सूजन काफी कम हो गई है। मैं मैच में विकेटकीपिंग करने की कोशिश करूंगा। मैं खेलना चाहता हूं। यदि विकेटकीपिंग नहीं कर पाया तो विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेलना चाहता हूं। मैं विकेटकीपर के रूप में भी अपना स्थान बरकरार रखना चाहता हूं।”

बेयरस्टो अब तक इंग्लैंड के विकेट कीपर के रूप में अब तक 40 टेस्ट मैच खेल चुके हैं। 42.33 के एवरेज से उन्होंने रन बनाए हैं और पांच शतक लगाए हैं। लेकिन बिना कीपिंग करते हुए उनका एवरेज मात्र 28.96 है और एक भी शतक नहीं है। इसके पीछे वहज यह है कि बेयरस्टो ने एक विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में अपना कॅरियर शुरू किया था और शुरूआती दौर में काफी संघर्ष किया था। उन्होंने 2012 में अपने टेस्ट कॅरियर की शुरूआत के बाद बल्लेबाजी में उल्लेखनीय सुधार किया। हालांकि, अब सुझाव दिया गया है कि बेयरस्टो को कीपिंग छोड़ बल्लेबाजी पर ध्यान देना चाहिए। वहीं, बेयरस्टो कहते हैं कि, “यह एक यह काफी बोल्ड स्टेटमेंट है क्योंकि यदि आप आंकड़ों को देखते हैं तो पता चलता है कि विकेटकीपर के रूप में मेरा प्रदर्शन अच्छा रहा है। मुझे नहीं पता कि क्या बातचीत हो रही है, लेकिन ऐसा करना कठिन है क्योंकि लंबे समय तक विकेटकीपिंग में बने रहने के लिए अाप कड़ी मेहनत करते हैं। यह उस तरह की बात है कि जब कोई कहे कि आप लैपटॉप छोड़कर एक बार फिर से हाथों से लिखना शुरू करें।”