वर्ल्ड कप 2023 के लिए अभी तक रेस में बने हुए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने खुद को विश्व कप की रेस से बाहर कर लिया है। दरअसल, ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि उन्होंने काउंटी क्रिकेट चैंपियनशिप के लिए ससेक्स के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट साइन कर लिया है। जयदेव उनादकट सितंबर के पहले हफ्ते से इंग्लैंड में ससेक्स के लिए काउंटी डिविजन 2 के मुकाबले खेलेंगे।
पुजारा की कप्तानी में खेलेंगे उनादकट
ससेक्स ने उनादकट को शुरुआती तीन मैचों के लिए अपनी टीम में शामिल किया है। जयदेव उनाकट 3 सितंबर को डरहम के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेंगे। उनादकट चेतेश्वर पुजारा की कप्तानी में काउंटी खेलेंगे। 31 साल के जयदेव उनादकट हाल ही में वेस्टइंडीज दौरे पर भारतीय टेस्ट और वनडे टीम का हिस्सा थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में उनादकट ने 12 साल बाद व्हाइट बॉल क्रिकेट खेला था।
विश्व कप की राह हुई मुश्किल
जयदेव उनादकट को अभी तक विश्व कप के लिए रेस में माना जा रहा था, क्योंकि वह इस वक्त बाएं हाथ के सबसे अनुभवी गेंदबाजों में से एक थे और उन्हें 12 साल बाद वनडे खेलना का मौका दिया गया था, लेकिन काउंटी क्रिकेट के लिए ससेक्स के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन कर उनका विश्व कप खेलना मुश्किल सा हो गया है। उनादकट सितंबर के अंत तक रेड बॉल क्रिकेट खेलेंगे और विश्व कप के लिए टीम की घोषणा एशिया कप के दौरान हो जाएगी। विश्व कप का आगाज 5 अक्टूबर से होगा।
एक क्वालिटी गेंदबाज हैं उनादकट- पॉल फारब्रेस
ससेक्स के हेड कोच पॉल फारब्रेस ने जयदेव उनादकट के टीम में शामिल होने को लेकर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि हमें खुशी है कि जयदेव सितंबर से हमारी टीम के साथ जुड़ेंगे। वह एक क्वालिटी गेंदबाज हैं। साथ ही वह हमारी टीम में शामिल होने वाले एक महान व्यक्ति हैं। जयदेव के साथ खेलने को लेकर टीम का हर खिलाड़ी काफी उत्सुक है।
बता दें कि जयदेव उनादकट के पास 103 मैचों में 22.58 के प्रभावशाली औसत से 382 विकेट के साथ एक जबरदस्त फर्स्ट क्लास रिकॉर्ड है। जयदेव उनादकट ने 2019-2020 में अपनी घरेलू टीम सौराष्ट्र को रणजी ट्रॉफी खिताब दिलाया था।