भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ वर्तमान में आईसीसी एलीट पैनल ऑफ मैच रेफरी का हिस्सा हैं। बतौर मैच रेफरी उनका सोमवार को पल्लीकेले में भारत और नेपाल के बीच एशिया कप का मैच 250वां वनडे है। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज ने 67 टेस्ट मैचों में 236 विकेट और 229 एकदिवसीय मैचों में 315 विकेट लिए। वह 2003 वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाली टीम इंडिया के सदस्य थे। इसके तीन साल बाद वह मैच रेफरी बने रहे।

बता दें कि जवागल श्रीनाथ ने तत्कालिन कप्तान सौरव गांगुली के अनुरोध पर संन्यास से वापस आकर 2003 वर्ल्ड कप खेला था। जवागल श्रीनाथ से पहले 250 वनडे में मैच रेफरी की भूमिका श्रीलंका के रंजन मदुगले, इंग्लैंड के क्रिस ब्रॉड और न्यूजीलैंड के जैफ क्रो हैं। उन्होंने कहा कि सौभाग्य की बात है कि उन्होंने इतने मैचों में मैच रेफरी की भूमिका निभाई है।

जवागल श्रीनाथ ने क्या कहा?

जवागल श्रीनाथ ने कहा, ” एक मैच रेफरी के तौर पर इस मुकाम तक पहुंचकर बहुत अच्छा लग रहा है। मुझे सर्किट पर 17 साल हो गए हैं और यह अविश्वसनीय है कि मैंने अब तक जितने वनडे मैच खेले हैं उससे कहीं अधिक में मैच रेफरी की भूमिका निभाई है। मैं सौभाग्यशाली हूं कि मैं अभी भी खेल से जुड़ा हूं। 2006 में कोलंबो में श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट मैच में मैच रेफरी के रूप में अपने अंतरराष्ट्रीय पदार्पण के बाद से मेरा सफर शानदार रहा है। आने वाले वर्षों में मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का प्रयास करूंगा।”

जवागल श्रीनाथ 2006 में आईसीसी एलीट पैनल के मैच रेफरी

जवागल श्रीनाथ ने कहा, ” मैं इस अवसर पर आईसीसी, बीसीसीआई, एलीट पैनल के अपने सहयोगियों और अपने प्रियजनों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जो इस सफर में मेरे साथ रहे।” जवागल श्रीनाथ 2006 में आईसीसी एलीट पैनल के मैच रेफरी। इसी साल वनडे में उन्होंने पहली बार रेफरी की भूमिका निभाई। इसके बाद 2007 वर्ल्ड कप, 2009 और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में रेफरी की भूमिका निभाई। 2012 , 2014, 2016 और 2021 में मैच रेफरी की भूमिका निभाई। उन्होंने 65 टेस्ट, 118 मेंस टी20 और 16 महिला टी 20 में मैच रेफरी की भूमिका निभाई है।