प्रतिभा को मौके की जरूरत होती है। संघर्ष और टैलेंट अगर सही मौके नहीं पाते तो उस ऊंचाइयों को वह नहीं छू पाते जिसके वह असली हकदार होते हैं। ऐसी ही कहानी है टीम इंडिया के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के दोस्त प्रियंक पांचाल की। रणजी और इंडिया ए के मुकाबले में इस खिलाड़ी की बल्लेबाजी का लोहा माना जाता है। यहां तक की जसप्रीत बुमराह जिनकी गेंदबाजी का लोहा पूरी दुनिया मानती है उनकी गेंद पर भी प्रियंक आसानी से चौके-छक्के जड़ते हैं।
बुमराह और प्रियंक की बात करें तो दोनों मैदान और मैदान के बाहर अच्छे दोस्त हैं। प्रियंक, बुमराह से सीनियर भी हैं। उन्होंने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू मैच 2008 में खेला था। वहीं, बुमराह ने 2013 में लेकिन बुमराह सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए और आज टीम इंडिया का हिस्सा है लेकिन प्रियंक को आईपीएल और इंटरनेशल टीम में जगह नहीं मिल सकी।
प्रियंक 2016-17 की रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे जब उनके बल्ले से 1310 रन निकले थे। इस खिलाड़ी ने अबतक 90 फर्स्ट क्लास मैचों में 46.83 के औसत से 6417 रन ठोके हैं. पांचाल के नाम 22 शतक और 24 अर्धशतक हैं। वहीं, लिस्ट में भी प्रियंक ने 4 शतक जमाए हैं। लेकिन अब 29 साल के हो चुके प्रियंक धीरे-धीरे टीम में जगह बनाने की दौड़ से बाहर हो रहे हैं।
क्रिकेट के अलावा प्रियम पढ़ाई में भी अव्वल हैं। फाइनेंसियल मैनेजमेंट में प्रियंक ने पोस्टग्रेजुएट किया है। प्रियंक ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक साक्षात्कार में बताया कि उनको भरोसा है कि वह धीरे-धीरे अपने प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया में जगह बनाएंगे और भारतीय टीम के लिए खेलेंगे जो उनका सपना भी है।