ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट बनने के बाद वह चर्चा के केंद्र में रही लेकिन दीपा करमाकर ने बुधवार को कहा कि वह जरा भी नहीं बदली हैं।
लेकिन उन्हें खुशी है कि लोगों ने उन्हें पहचानना शुरू कर दिया है। दीपा ने कलकत्ता स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट्स क्लब के वार्षिक पुरस्कार समारोह में अपने सम्मान के बाद कहा, ‘ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने के बाद मैं जरा भी नहीं बदली हूं लेकिन मुझे खुशी है कि लोगों ने आखिरकार जिम्नास्टिकों को पहचानना शुरू कर दिया है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से बधाई संदेश मिलने के बारे में कहा कि उनके पांव अब भी जमीन पर हैं और अब जबकि रियो खेलों के लिये 100 से भी कम दिन का समय बचा है तब उनका ध्यान अपने स्कोर में सुधार करने पर है।