नई दिल्ली। स्टार मुक्केबाज एम सी मेरीकोम ने इंचियोन एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक को ‘बड़ी उपलब्धि’ करार देते हुए आज यहां देशवासियों से महिलाओं खिलाड़ियों के प्रति नजरिया बदलने की अपील की क्योंकि मौका मिलने पर वे भी देश के लिए पदक जीत सकती है।
मेरीकोम को यहां एक समारोह में सैमसंग की ‘मोस्ट वैल्यूड प्लेयर’ चुना गया। उन्होंने इसके बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘ग्वांग्झू में पहली बार एशियाई खेलों में महिला मुक्केबाजी को शामिल किया गया था। वहां मैं कांस्य पदक ही जीत पायी थी लेकिन इंचियोन में मैं केवल स्वर्ण पदक जीतने के लक्ष्य को लेकर गयी थी। मैं वास्तव में बहुत खुश हूं। यह मेरे लिए बड़ी उपलब्धि है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा छोटा बच्चा था लेकिन मैंने कड़ी मेहनत की थी। कई लोग मेरी क्षमता पर सवाल उठा रहे थे लेकिन मैं अपने काम के प्रति प्रतिबद्ध थी। मेरा लक्ष्य मेरे सामने था और मुझे उसे हासिल करना था और उसमें मैं सफल रही। ’’
मेरीकोम ने कहा कि भारत में महिला खिलाड़ियों के प्रति अब नकारात्मक नजरिया है और यदि देश को बड़ी प्रतियोगिताओं में अधिक से अधिक पदक जीतने हैं तो उन्हें इसे बदलना होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत में महिलाओं को खेलों के क्षेत्र में आगे बढ़ने के बहुत कम मौके दिये जाते हैं। उन्हें परिवार के लोग भी उतनी सुविधाएं नहीं देते जितनी की उन्हें मिलनी चाहिए। जब तक महिलाओं के प्रति यह मानसिकता नहीं बदलेगी तब तक हम अधिक पदक नहीं जीत सकते हैं।’’ पांच बार की विश्व चैंपियन और लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मेरीकोम का मानना है कि इंचियोन के प्रदर्शन से उन्हें आगे भी बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रदर्शन से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है। निश्चित तौर पर मेरा लक्ष्य भी रियो ओलंपिक खेल हैं। मैं उन खेलों के लिये क्वालीफाई करके वहां बेहतर परिणाम हासिल करना चाहती हूं। ’’
तीन बच्चों की मां मेरीकोम ने कहा कि इंचियोन में जब वह पहली बार रिंग में उतरी तो वह किसी तरह के तनाव में नहीं था क्योंकि उनका लक्ष्य साफ था।
महिलाओं के 51 किग्रा की स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज ने कहा, ‘‘जब मैं रिंग में उतरी तो मैं हारने या जीतने को लेकर किसी तरह से तनाव में नहीं थी। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के उद्देश्य से उतरी थी। मैं देश के लिये पदक जीतना चाहती थी और मैंने खुद पर दबाव नहीं बनने दिया। ’’
उन्होंने सैमसंग का विशेष आभार व्यक्त किया जिसने उन्हें पदक के संभावित दावेदारों में शामिल किया। मेरीकोम ने कहा, ‘‘मेरा छोटा बच्चा था लेकिन इसके बावजूद उन्होंने मुझे इंचियोन एशियाई खेलों के लिए पदक के दावेदारों में शामिल किया। उन्होंने तब भी मुझ पर भरोसा जताया। मैं दिल से उनका आभार व्यक्त करती हूं। ’’