सुनिधि चौहान ने हमेशा से लड़ाकू पायलट बनने का सपना देखा था। स्पोर्ट्स में उनकी ज्यादा रूचि नहीं थी। सुनिधि ने भोपाल की बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी में अध्ययन करते हुए 2015 में राष्ट्रीय कैडेट कोर के साथ एयर विंग्स कोर्स में दाखिला लिया। ‘सी’ सर्टिफिकेट छात्र होने के नाते, चौहान को ये उम्मीद थी कि भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) में उन्हें सीधे साक्षात्कार का मौका मिल जाएगा। हालांकि किस्मत को ये मंजूर नहीं था। एनसीसी प्रशिक्षण के दौरान सुनिधि के प्रशिक्षकों ने उनकी शूटिंग कौशल को देखा और उनकी योजना बदल गई।

चौहान ने नई दिल्ली में आईएसएसएफ वर्ल्ड कप 2019 से पहले संवाददाताओं से कहा,”मैंने एनसीसी में इस उम्मीद में शूटिंग शुरू की थी कि यह एसएसबी के दौरान मेरी मदद करेगा। लेकिन वहां से मेरे रास्ते ने करवट ली और अब मेरा पूरा फोकस केवल शूटिंग पर है। मेरे शूटिंग करियर के कारण मुझे एसएसबी साक्षात्कार की तैयारी के लिए समय नहीं मिला। इसलिए मेरी पढ़ाई और बाकी सब कुछ अभी के लिए पीछे छूट गया है।”

योजनाओं में बदलाव के बावजूद चौहान का कहना है कि उन्हें अपने माता-पिता से बहुत समर्थन मिला। हालांकि, वह अभी भी विमान उड़ाने के अपने सपने को पूरा करना चाहती हैं। चौहान ने कहा, “दोनों चीजें (शूटिंग और उड़ान) एक ही समय में नहीं हो सकती हैं। दोनों अलग-अलग क्षेत्र हैं।”

राइफल शूटर सुनिधि चौहान ने 2016 में प्रोन इवेंट में अपना करियर शुरू किया। इसी श्रेणी में उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर भी भाग लिया। उन्हें भोपाल में मध्य प्रदेश शूटिंग अकादमी में एक भाग्यशाली ब्रेक मिला, जहां उन्होंने स्टैंडिंग और निलिंग पोजिशन में शूटिंग करना सीखा, और बाद में 3 पोजिशन कैटेगिरी में शूटिंग करने लगी। अब एक साल बाद सुनिधि अपने पहले सीनियर वर्ल्ड कप में भाग ले रही है जो शुक्रवार 22 फरवरी से शुरू हो रहा है।

उन्होंने कहा, “मैं अभी तैयारी में लगभग 70 का एवेरज स्कोर रख रही हूं, लेकिन मैं अभी भी अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश कर रही हूं। मैंने अभी शुरू किया है इसलिए मैं अपनी उम्मीदों को बहुत ऊंचा नहीं रख रही हूं। लेकिन मुझे इस बात की पूरी उम्मीद है कि मैं एवरेज पाइंट को बनाए रखूंगी । इसमें कोच भी मेरी काफी मदद कर रहे हैं। मेरा पूरा फोकस अभी ज्यादा खेलने पर है। ये पहली बार है जब मैं पहली बार इतने बड़े टूर्नामेंट में भाग लूंगी और अब मुझे एहसास होगा कि वास्तव में दबाव का क्या मतलब होता है।”

उन्होंने आगे कहा, “मेरे आसपास बहुत सारे अनुभवी खिलाड़ी हैं। वे मुझे सलाह देते हैं कि मुझे अब खुद पर ध्यान केंद्रित रखना चाहिए। वे बताते हैं कि मुझे केवल अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन की चिंता करनी चाहिए और कोटा, स्कोर या इस तरह की चीजों पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए क्योंकि मैं अभी शुरुआत कर रही हूं।”

गौरतलब है कि आईएसएसएफ वर्ल्ड कप 2019 में 50 मीटर राइफल 3पोजीशन महिला इवेंट 25 फरवरी से शुरु होगा, जिसमें सुनिधि चौहान अन्य शूटर गायत्री नित्यंदम और तेजस्विनी सावंत के साथ भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। बता दें कि सुनिधि चौहान एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है। उनके पिता भोपाल में एक आयरन इंडस्ट्री में फिटर के तौर पर काम करते हैं। ऐसे में सुनिधि का इस मुकाम तक पहुंचना वाकई में उनकी कड़ी मेहनत को दर्शाता है।