इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का मंच हमेशा से रिकॉर्ड्स, रोमांच और असाधारण प्रतिभाओं का गवाह रहा है। इसकी चमक-दमक में अनुभवी दिग्गजों और उभरते सितारों ने एक साथ इतिहास रचा है। ऐसा ही एक अनोखा संगम देखने को मिला है ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज विकेटकीपर-बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट और भारत के युवा सनसनी वैभव सूर्यवंशी की सेंचुरी में। एक ओर गिलक्रिस्ट ने 2011 में 39 साल की उम्र में आईपीएल की सबसे उम्रदराज सेंचुरी जड़ी, तो दूसरी ओर 2025 में मात्र 14 साल के वैभव ने सबसे कम उम्र में शतक ठोककर दुनिया को चौंका दिया। इन दोनों के बीच उम्र का अंतर लगभग तीन गुना है फिर भी दोनों ने आईपीएल के मंच पर अपनी-अपनी छाप छोड़ी।
एडम गिलक्रिस्ट: अनुभव की चमक
2011 का आईपीएल सीजन, पंजाब किंग्स (तब किंग्स इलेवन पंजाब) के लिए खेल रहे एडम गिलक्रिस्ट उस समय 39 साल और 184 दिन के थे। उम्र के इस पड़ाव पर जब ज्यादातर खिलाड़ी रिटायरमेंट की राह चुन लेते हैं, गिलक्रिस्ट ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के खिलाफ धर्मशाला में एक ऐसी पारी खेली, जिसने सभी को हैरान कर दिया। उन्होंने 55 गेंदों में 106 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 8 चौके और 9 छक्के शामिल थे। यह न केवल उनकी आक्रामक बल्लेबाजी का नमूना था, बल्कि आईपीएल इतिहास में सबसे ज्यादा उम्र में शतक बनाने का रिकॉर्ड भी था।
गिलक्रिस्ट की यह पारी अनुभव, तकनीक और आक्रामकता का शानदार मिश्रण थी। उनकी कप्तानी में पंजाब ने 232 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया और RCB को 121 रनों से करारी शिकस्त दी। गिलक्रिस्ट ने उस पारी में न केवल युवा गेंदबाजों को निशाना बनाया, बल्कि अपनी फिटनेस और खेल के प्रति जुनून से यह साबित किया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है। उनकी यह सेंचुरी आज भी आईपीएल के सुनहरे पन्नों में दर्ज है, जो अनुभवी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।
वैभव सूर्यवंशी: युवा जोश का तूफान
IPL 2025: जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स (RR) और गुजरात टाइटंस (GT) के बीच मुकाबला। मैदान पर उतरे 14 साल और 32 दिन के वैभव सूर्यवंशी, जिन्होंने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से क्रिकेट जगत को स्तब्ध कर दिया। गुजरात टाइटंस के 210 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए वैभव ने मात्र 35 गेंदों में 101 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें 7 चौके और 11 छक्के शामिल थे। यह आईपीएल इतिहास की दूसरी सबसे तेज सेंचुरी थी, जो क्रिस गेल के 30 गेंदों के रिकॉर्ड से सिर्फ 5 गेंद पीछे थी।
वैभव ने इस पारी में कई रिकॉर्ड तोड़े। वे न केवल आईपीएल में सबसे कम उम्र में सेंचुरी बनाने वाले बल्लेबाज बने, बल्कि टी20 क्रिकेट में भी सबसे कम उम्र में शतक जड़ने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया। उनकी इस पारी ने दिग्गज गेंदबाजों जैसे मोहम्मद सिराज, इशांत शर्मा और राशिद खान को भी बेबस कर दिया। वैभव ने पहली ही गेंद पर छक्का जड़कर अपनी मंशा जाहिर कर दी थी और फिर 17 गेंदों में अर्धशतक और 35 गेंदों में शतक पूरा कर इतिहास रच दिया। उनकी इस पारी ने राजस्थान को 15.5 ओवर में 8 विकेट से जीत दिलाई और उनके साथी यशस्वी जायसवाल (40 गेंदों में 70*) ने भी इस ऐतिहासिक चेज में अहम भूमिका निभाई।
उम्र का अंतर, एक जैसा जुनून
एडम गिलक्रिस्ट और वैभव सूर्यवंशी की सेंचुरी के बीच 14 साल का अंतर है लेकिन इन दोनों में एक बात समान है- क्रिकेट के प्रति जुनून। गिलक्रिस्ट ने 39 साल की उम्र में अपनी अनुभवी बल्लेबाजी से गेंदबाजों को ध्वस्त किया, तो वैभव ने 14 साल की उम्र में अपनी नन्ही उम्र को भूलकर दिग्गजों को पानी पिलाया। गिलक्रिस्ट की उम्र वैभव से लगभग तीन गुना थी, फिर भी दोनों ने आईपीएल के मंच पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
गिलक्रिस्ट की सेंचुरी उस समय आई, जब टी20 क्रिकेट अभी नया-नया था और उनकी पारी ने यह साबित किया कि अनुभव टी20 जैसे तेज फॉर्मेट में भी उतना ही महत्वपूर्ण है। दूसरी ओर वैभव की सेंचुरी आज के दौर में आई, जब टी20 क्रिकेट में आक्रामकता और नई तकनीकों का बोलबाला है। वैभव ने अपनी पारी में न केवल शॉट्स की विविधता दिखाई, बल्कि दबाव में भी शांतचित्त रहकर खेलने की परिपक्वता प्रदर्शित की। उनकी यह पारी भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए एक सुनहरा संदेश है।
वैभव: भारतीय क्रिकेट का नया सितारा
वैभव सूर्यवंशी की कहानी किसी परीकथा से कम नहीं। बिहार के छोटे से शहर से निकलकर उन्होंने अपनी प्रतिभा से क्रिकेट जगत को हैरान किया। 12 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करने वाले वैभव ने पहले ही अंडर-19 क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 58 गेंदों में सेंचुरी जड़कर सुर्खियां बटोरी थीं। 2025 के आईपीएल ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 1.1 करोड़ रुपये में खरीदा और वैभव ने अपने तीसरे ही मैच में यह साबित कर दिया कि वे इस निवेश के हकदार हैं।
उनकी इस पारी ने न केवल बिहार के क्रिकेट को गौरव प्रदान किया, बल्कि भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत की। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैभव को 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया और दिग्गज क्रिकेटरों जैसे राहुल द्रविड़, शॉन पोलक और गिलक्रिस्ट ने भी उनकी तारीफ में कसीदे पढ़े। वैभव की इस पारी ने उन्हें भारतीय सीनियर टीम के लिए एक मजबूत दावेदार के रूप में स्थापित किया है।
