भारत के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर इंडियन प्रीमियर लीग के इम्पैक्ट प्लेयर नियम से खुश नहीं हैं। उन्होंने इस नियम से पैदा हुई समस्या का जिक्र अपने एक्स अकाउंट पर किया और इसे हटाने तक की मांग कर डाली। उन्होंने कहा कि आईपीएल से इस नियम को हटा देना चाहिए क्योंकि इससे ऑलराउंडरों को उपयोग करने में बाधा आती है। जाफर ने यह भी तर्क दिया कि घरेलू क्रिकेट में भी इस नियम के प्रयोग होने की वजह से भारत को भविष्य में अच्छे ऑलराउंडर के मिलने में कठिनाई हो सकती है।

इम्पैक्ट प्लेयर नियम को हटाने की जरूरत

वसीम जाफर ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि मुझे लगता है कि आईपीएल से इम्पैक्ट प्लेयर नियम को हटाने की जरूरत है क्योंकि यह ऑलराउंडर्स को ज्यादा गेंदबाजी करने के लिए प्रोत्साहित नहीं कर रहा है। वहीं ऑलराउंडर की कमी और बल्लेबाजों का गेंदबाजी नहीं करना भी भारतीय क्रिकेट के लिए चिंता का एक बड़ा विषय है।

आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम को ऑस्ट्रेलियाई बिग बैश लीग से लाया गया था और आईपीएल 2023 से पहले इसे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में आजमाया गया था। इन नियम की वजह से टीम की ऑलराउंडरों पर निर्भरता कम हो गई क्योंकि इस नियम की वजह से टीम सिर्फ विशेषज्ञ गेंदबाजों या फिर बल्लेबाजों का ही उपयोग कर सकते हैं।

इस नियम के मुताबिक कोई भी टीम मैच की परिस्थिति को देखते हुए खेल के बीच में एक खिलाड़ी को बदल सकती है। आईपीएल 2023 में तुषार देशपांडे इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में मैदान पर लाए जाने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। आईपीएल 2023 के ओपनिंग मैच में सीएसके ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ अपनी टीम में अंबाती रायुडू की जगह तुषार डेशपांडे को जगह दी थी।