आईपीएल की फ्रेंचाइजियों ने दुनिया की कई अलग-अलग लीग्स में टीमें खरीदी हैं। अब कई फ्रेंचाइजी इंग्लैंड की द हंड्रेड में भी दिलचस्पी ले रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नीता अंबानी की मुंबई इंडियंस, शाहरुख खान की कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और काव्या मारन की सनराइजर्स हैदराबाद इस लीग में टीमें खरीद लेने के लिए आधिकारिक तौर पर दिलचस्पी दिखा चुके हैं। हालांकि आईपीएल के संस्थापक कहे जाने वाले ललित मोदी ने इसे लेकर बड़ी बात कही थी।

कई टीमों ने दी बिड

क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान रॉयल्स और महिला प्रीमियर लीग की यूपी वॉरियर्स ने भी बिड दी है। मैनचेस्टर यूनाइटेड के सहमालिक अवराम ग्लेजर की लैंसर कैपिटल और आईएलटी20 की डेजर्ट वाइपर्स की टीम भी बिड दे चुकी है। हालांकि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स ने इस लीग के लिए बिड नहीं दी है।

इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के पास हैं शेयर

इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के मुताबिक उनके पास इस लीग के 100 प्रतिशत शेयर हैं। वह सभी आठों टीम के कम से कम 49 प्रतिशत शेयर नए इंवेस्टर्स को देंगे। टीमों को 49 प्रतिशतर स्टेक्स के लिए कम से कम 50 मिलियन पाउंड (पांच अरब) रुपए खर्च करने होंगे। सटीक वैल्यूएशन दूसरे राउंड की बिडिंग के बाद आएगी। हर टीम की बची हुए 51 प्रतिशत स्टेक्स काउंटी के पास करेंगे।

ललित मोदी नहीं चाहते भारतीय कंपनी हंड्रेड में करें निवेश

जहां भारतीय फ्रेंचाइजी इस लीग में दिलचस्पी दिखा रही हैं। वहीं दूसरी ओर आईपीएल की फाउंडर कहे जाने वाले ललित मोदी को यह लीग बड़ी पोजी स्कीम बता चुके हैं। ललित मोदी का मानना है कि इस लीग को लेकर बोर्ड की जो विजन वह रिएयलिटी से दूर है। ब्रॉडकास्टिंग, टीवी राइट्स और स्पॉन्सर को लेकर दो प्लान तैयार किया गया है उसमें काफी कमियां हैं। उन्होंने बहुत ज्यादा उम्मीदें लगाई हैं जो कि ललित मोदी को पूरी होती नहीं दिख रही हैं। यही कारण है कि वह नहीं चाहते कि भारतीय फ्रेंचाइजी इस लीग में हिस्सा लें।