इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के इतिहास में कई ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जिन्होंने एक-एक सीजन में तो तहलका मचाया लेकिन उसके बाद वह गुमनाम हो गए। आज हम ऐसे खिलाड़ियों के बारे में ही बात करेंगे जो आईपीएल में चमक बिखेरने के बाद एकदम गायब हो गए। इस लिस्ट में दो खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी टीम को अपने शानदार प्रदर्शन से चैंपियन भी बनाया।
आईपीएल (IPL) हमेशा से ही नई प्रतिभाओं को आगे लाने वाला प्लेटफॉर्म रहा है। कई खिलाड़ी इस लीग के जरिए भारत की इंटरनेशनल टीम में जगह बनाते हैं तो कई खिलाड़ी यहां से एकदम ही गायब हो जाते हैं। आइए एक-एक करके जानते हैं ऐसे सभी खिलाड़ियों के बारे में:-
स्वप्निल असनोदकर
आईपीएल के पहले संस्करण में राजस्थान रॉयल्स के लिए ग्रीम स्मिथ के साथ पारी की शुरुआत करने वाले स्वप्निल असनोदकर का योगदान टीम को चैंपियन बनाने में अहम था। उन्होंने इस सीजन की 9 पारियों में 35 की औसत से 311 रन बनाए थे। लेकिन इस सीजन के बाद उन्होंने अगले सीजनों में खास प्रदर्शन नहीं किया और वह टीम से बाहर हो गए।
असनोदकर ने 2011 में पंजाब किंग्स (तब किंग्स इलेवन पंजाब) के खिलाफ आखिरी मैच खेला था। उन्होंने आईपीएल में 20 मुकाबले खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 124.78 के स्ट्राइक रेट और 21.15 की औसत से 423 रन बनाए हैं। उनके नाम दो अर्धशतक दर्ज हैं और उनका सर्वोच्च स्कोर है 60 रन। आज स्वप्निल क्रिकेट की दुनिया में गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं।
मनविंदर बिसला
आईपीएल 2012 के फाइनल में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए 89 रनों की ताबड़तोड़ और महत्वपूर्ण पारी खेलने वाले मनविंदर बिसला ने उस साल शाहरुख खान की टीम को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद 2015 में आरसीबी ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया था, मगर इस टूर्नामेंट में उन्होंने कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ा। बिसला ने अपने पूरे आईपीएल करियर में 39 मैचों में 798 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से चार अर्धशतक भी निकले हैं।
पॉल वाल्थटी
आईपीएल 2011 में अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए प्रसिद्ध हुए प्रीति जिंटा के बल्लेबाज पॉल वाल्थटी आज कहां हैं ये कोई नहीं जानता। लेकिन आईपीएल के चौथे संस्करण में उन्होंने पंजाब के लिए ऐसी धूम मचाई थी कि हर कोई उनका नाम जान गया था। 2011 में ही सीएसके के विरुद्ध उन्होंने 63 गेंदों का सामना करते हुए 120 रनों की शानदार नाबाद पारी खेलकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था।
अगले सीजन में भी उनसे यही उम्मीदें थीं मगर अगले सीजन में वह छाप नहीं छोड़ पाए और उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। उन्होंने अपना आखिरी आईपीएल मैच साल 2013 में खेला था। इस मुकाबले में भी उन्होंने महज 6 रन बनाए थे। पॉल वल्थाटी ने अपने आईपीएल करियर में 23 मुकाबले खेलकर 505 रन बनाए थे। इसके अतिरिक्त उन्होंने 7 विकेट भी लिए थे।
राहुल शर्मा
साल 2011 के आईपीएल में पुणे वॉरियर्स के लिए खेलते हुए राहुल शर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया था। दाएं हाथ के स्पिनर राहुल शर्मा ने आईपीएल में भारत के पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का विकेट लेकर सुर्खियां बटोरी थीं। आईपीएल 2011 में उन्होंने कुल 13 विकेट लिए थे। अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत उन्हें टीम इंडिया में भी जगह मिली थी।
राहुल शर्मा ने अपने आईपीएल करियर में कुल 44 मुकाबले खेलते हुए 40 विकेट लिए हैं। मगर साल 2012 में कथित तौर पर ड्रग्स लेने के आरोप में उनके करियर का ग्राफ लगातार नीचे गिरता गया। उन्होंने टीम इंडिया के लिए चार वनडे और दो टी-20 मुकाबले भी खेले हैं। उनके नाम 6 वनडे विकेट और 3 टी20 विकेट दर्ज हैं। भारत के लिए वह आखिरी बार जुलाई 2012 में खेले थे और आईपीएल में मई 2014 में वह आखिरी बार खेले थे।
कामरान खान
आईपीएल 2009 में शेन वार्न की राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाज कामरान खान ने अपने एकदम अलग एक्शन से काफी सुर्खियां बटोरी थीं। इस सीजन में उन्होंने 9 मैच खेलकर 9 विकेट लिए थे। उनके गेंदबाजी एक्शन पर सवाल उठाए जाने के बाद उनका करियर खतरे में भी पड़ गया। आईपीएल 2011 में कुछ मैच खेलने के बाद वह टीम से भी बाहर हो गए थे।