आत्माराम भाटी
भारत में कोविड-19 महामारी के कारण इस बार आइपीएल आयोजन के लगातार खटाई में पड़ने की आशंका को लेकर बीसीसीआइ ही नहीं, इस लीग से जूड़े फ्रेंचाइजी, खिलाड़ी, कोच और ब्रॉडकास्टर भी चिंतित थे। लेकिन आइसीसी के अक्तूबर-नवंबर में आस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप टालने के फैसले से इसका हल निकल आया। आइपीएल के आयोजन की घोषणा के साथ ही हितधारकों में खुशी की लहर दौड़ गई। इसी बीच चीन और भारत के बीच सीमा पर विवाद को लेकर ठन गई। भारतीयों ने चीनी कंपनियों का बहिष्कार करना शुरू कर दिया।
प्रीमियर लीग की टाइटल प्रायोजक वीवो को लेकर भी विरोध होने लगा। इसे देखते हुए बीसीसीआइ ने वीवो के साथ एक साल के लिए करार समाप्त कर दिया। कमाई के मामले में सर्वोच्च लीगों में शामिल आइपीएल को इससे करारा झटका लगा और बीसीसीआइ की आमदनी का गणित बिगड़ गया।
2022 तक टाइटल स्पॉन्सरशिप का करार कर चुके वीवो ने पिछले साल बीसीसीआइ को 440 करोड़ रुपए दिए थे। इस बार 18 अगस्त को घोषित नए प्रयोजक ड्रीम-11 को इससे काफी कम रकम में एक साल के लिए करार मिल गया। 2021-22 की टाइटल स्पॉन्सर भी इसी कंपनी को बनाया गया है। इसके लिए उसे हर 222 करोड़ देने हैं। ऐसे में बीसीसीआइ को सीधे तौर पर लगभग 200 करोड़ साल का नुकसान हुआ है।
पिछले साल बीसीसीआइ को आइपीएल से होने वाली कमाई पर नजर डालें तो टाइटल स्पॉन्सरशिप और आॅफिशियल पार्टनर के स्लॉट के लिए मिले प्रायोजक से कुल आमदनी 618 करोड़ रुपए थी। इसके इस बार 500 करोड़ से कम रहने की संभावना है। यही नहीं किट स्पॉन्सरशिप के लिए भी बोर्ड को इस बार हर मैच की बेस प्राइज मनी 88 लाख से घटाकर 61 लाख करनी पड़ी है, इससे भी हर मैच 27 लाख का घाटा बन रहा है। किट स्पॉन्सरशिप की रेस में इस बार जर्मनी की कंपनी प्यूमा के साथ-साथ एडिडास और नाइकी भी दावेदारी जता रही हैं। देखना है कि ये कितनी राशि पर राजी होती है।
ऐसा नहीं है कि चीनी कंपनी वीवो के आइपीएल प्रायोजक से हटने का प्रभाव केवल बीसीसीआइ की ही आमदनी पर पड़ेगा। बल्कि आइपीएल के ब्रॉडकास्टर स्टार इंडिया के साथ फ्रेंचाइजी की आमदनी पर भी तलवार चलनी पक्की है। इसको हम ऐसे समझ सकते हैं कि पिछली बार स्टार इंडिया को टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म से 2200 करोड़ की आमदनी हुई थी। उसका कारण था कि पिछली बार चीनी कंपनी वीवो और ओपो ने टूर्नामेंट के दौरान विज्ञापन पर (240 करोड़) खर्च करने वाले टॉप-10 में नंबर एक व दो पर थे। इस बार यह दोनों ही नहीं हैं जिसका असर भी जरूर पड़ेगा। फिर भी स्टार इंडिया इस बात को लेकर आश्वस्त है कि त्योहार नजदीक होने के कारण उसको विज्ञापनों से 1500 से 1700 करोड़ की आमदनी हो सकती है।

